Home » राष्ट्रीय शैक्षिक संघ ने चेताया, अगर शिक्षकों के इस हक़ को छीना तो होगी आर-पार की लड़ाई

राष्ट्रीय शैक्षिक संघ ने चेताया, अगर शिक्षकों के इस हक़ को छीना तो होगी आर-पार की लड़ाई

by pawan sharma

आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आउट ऑफ स्कूल बच्चों का चिन्हीकरण करके उन्हें नामांकित कराने हेतु एक कार्यक्रम “शारदा”(SHARDA- स्कूल हर दिन आयें) संचालित किया जा रहा है। संज्ञान में आया है कि आगरा के शिक्षाधिकारी द्वारा प्राथमिक शिक्षकों को मिलने वाले मात्र 40 दिन के ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी उक्त कार्य हेतु अधिकांश गुरुजनों की ड्यूटी लगाई जा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ आगरा ऐसे शिक्षक विरोधी किसी भी तुगलगी फरमान का पुरजोर विरोध करता है।

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शारदा अभियान के पूर्ण रूप से लक्ष्य को प्राप्त न करने का मुख्य कारण शिक्षकों का चुनावी प्रक्रिया में व्यस्त होना था, बीएलओ ड्यूटी, चुनावी प्रशिक्षण, चुनाव सकुशल संपन्न कराने आदि अन्य कार्यों के चलते नामांकन प्रक्रिया थोड़ी सी मंद रही एवं बच्चों के आधार कार्ड न बनना भी इसमें एक बहुत बडा कारण रहा है लेकिन नामांकन के अपेक्षित लक्ष्य की शत प्रतिशत पूर्ति माह जुलाई के पहले दो सप्ताह में कर ली जायेगी।

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का कहना है कि साल भर में शिक्षकों को मात्र 40 दिन का ग्रीष्म अवकाश मिलता है। यदि अधिकारी वर्ग इस पर भी कुदृष्टि डालते है तो राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ आगरा आंदोलन के लिए विवश होगा।

Related Articles

Leave a Comment