आगरा। ब्लाक शमशाबाद क्षेत्र के सुडरई गांव में अतिक्रमण हटाने को गई तहसील की टीम ने हरे व फलदार वृक्षों पर भी बुलडोजर चला दिया। तहसील प्रशासन की इस कार्यवाही से पेड़ों को सहेज रहे किसान सदमे में हैं।
जहां एक तरफ सरकार क्लीन इंडिया, ग्रीन इंडिया का नारा चलकर देश को हरा भरा देश बनाने के लिए सरकार पेड़ पौधे लगाने के लिए नए-नए अभियान चला रही है तो वहीं पर दूसरी तरफ प्रशासन के अधिकारी हरे-भरे पेड़ों को काटने का अभियान चला रहे हैं। सुडरई ग्राम पंचायत में हरे व फलदार वृक्षों को काटने के मामले में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।
मामला ब्लॉक शमशाबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायत सुडरई का है। जहां बुधवार को तहसील प्रशासन की टीम फोर्स के साथ कच्चे रास्ते से अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची। कच्चे रास्ते में हरे व फलदार वृक्ष भी थे जो कि वहां पर स्थानीय किसानों ने वर्षों से सहेज कर रखे थे। किसानों ने पेड़ों को गिराने के लिए मना किया तो तहसील प्रशासन की टीम ने किसानों की एक ना सुनी और पेड़ों पर बुलडोजर चला दिया। स्थानीय किसान अपनी व्यथा को बताते हुए भावुक हो गए।
जब मामले में ग्राम प्रधान पति से पूछा गया तो ग्राम प्रधान ने तहसील स्तर से हुई कार्यवाही का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया और कार्यवाही कब हुई इस बात से भी अनजान नजर आए। तहसील प्रशासन की इस कार्यवाही में काफी संख्या में हरे पेड़ रौंद दिए गए। जिसमें कि शहतूत, बेलपत्र आदि के पेड़ शामिल हैं।
अब यह देखने वाली बात होगी कि उच्च अधिकारी गांव सुडरई में तहसील की टीम द्वारा काटे गए हरे पेड़ों के मामले में क्या कुछ कार्यवाही करते हैं।