आगरा। आगरा की जिला जेल उत्तर प्रदेश की पहली ऐसी जिला जेल होगी जिसमें वायरलेस पैनिक अलार्म सिस्टम स्थापित किया गया है। बुधवार को जिला जेल में वायरलेस पैनिक अलार्म सिस्टम का उद्घाटन डीआईजी जेल आगरा लव कुमार ने किया है। इस नई तकनीक से जिला जेल के लेस होने से जिला जेल की सुरक्षा और ज्यादा मजबूत हो गयी है।
डीआईजी जेल आगरा लव कुमार ने बताया कि यह सिस्टम रेडियो फ्रीक्वेंसी पर कार्य करेगा। इसे ना तो हैक किया जा सकता है और ना ही जैमर का इस पर कोई असर होगा। डीआईजी जेल ने बताया कि जब बैरक रात को बंद हो जाते हैं और ऐसे में किसी कैदी की तबीयत खराब हो जाती है तो पहले वायर लेस से सूचित किया जाता था जिसके बाद कैदी को स्वास्थ संबंधित उपचार उपलब्ध कराया जाता था लेकिन इस नई व्यवस्था के बाद हर बैरक में एक पैनिक बटन लगाया जाएगा और इसका कंट्रोल रूम गेट के पास होगा। अगर किसी कैदी को स्वास्थ संबंधित कोई परेशानी है और वह इमरजेंसी में इस बटन को दबाता है तो उस बैरक का नंबर इस कंट्रोल रूम में डिस्प्ले होगा और उसे तुरंत उपचार दिलाया जा सकेगा।
डीआईजी लव कुमार का कहना है कि उत्तर प्रदेश में आगरा जिला जेल पहली जेल होगी जिसमें इस तरह की पैनिक बटन की व्यवस्था की गई है। इससे पहले प्रदेश की किसी भी जेल में यह व्यवस्था नहीं है। डीआईजी ने बताया कि आगरा के एक वरिष्ठ समाजसेवी के सहयोग से आगरा जिला जेल में इस तरह की व्यवस्था को लागू कराया गया है। अगर आगरा जिला जेल में इसका रिस्पॉन्स ठीक होगा तो प्रदेश में इसका प्रचार प्रसार किया जाएगा ताकि अन्य जिलों में भी इस नई तकनीक का उपयोग हो सके।