आगरा। अतिथि देवो भव: भारतीय संस्कृति की यह परंपरा है। हमारे शहर में आने वाला हर देशी विदेशी पर्यटक हमारा अतिथि है और उसका स्वागत सत्कार करना हमारा कर्तव्य है लेकिन कुछ लोगों के कारण कभी कभी हमारी यह परंपरा धूमिल हो जाती है। ऐसा ही कुछ नजारा ताजमहल पर देखने को मिला।
मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने के लिए आगरा आये विदेशी पर्यटकों के गाइड का ई-टिकट स्टाफ से विवाद हो गया और मारपीट भी हो गयी। ई-टिकट स्टाफ ने जिस गाइड से मारपीट की वो यूपीटी (उप्र पर्यटन) का गाइड है। दोनों के बीच विवाद बढ़ता देख गाइड के साथ मौजूद विदेशी पर्यटक बुरी तरह सहम गए। इस हंगामे पर पुलिस व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के अधिकारी पहुंच गए और मामले को शांत कराया। इस दौरान एएसआइ ने ई टिकट स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है।
मामला गुरुवार दोपहर एक बजे के बाद का बताया जा रहा है। बताया जाता है कि यूपीटी गाइड अमजद अली अमेरिकन पर्यटकों के साथ पश्चिमी गेट स्थित टिकट विंडो पहुंचे थे। यहां उन्होंने अपने साथ पहुंचे तीन पर्यटकों के लिए विंडो से टिकट लिए। उन्होंने चार हजार रुपये दिए थे। वो 100 रुपये वापस लेना भूल गए। याद आने पर दो मिनट बाद जब वो बचे रुपये वापस मांगने टिकट विंडो पर पहुंचे तो वहां मौजूद ई-टिकट स्टाफ ने उनसे अभद्रता की। गाली-गलौज के बाद टिकट विंडो से बाहर आए ई-टिकट स्टाफ के कर्मचारी ने उन्हें थप्पड़ मार दिया और साथियों के साथ मिलकर गाइड को पकड़ लिया। अन्य गाइडों के पहुंचने पर कर्मचारियों ने गाइड को छोड़ा।
विवाद के चलते गाइड के साथ आए बुजुर्ग अमेरिकन पर्यटक सहम गए। मामला बढऩे पर ताज के संरक्षण सहायक अंकित नामदेव पहुंच गए। गाइड अमजद अली और ई-टिकट स्टाफ के देवेंद्र ने एक-दूसरे पर दोषारोपण किया। इस पूरे मामले को लेकर गाइड अमजद अली ने क्षेत्रीय थाने में अभद्रता और मारपीट करने वाले ई-टिकट स्टाफ के खिलाफ तहरीर दी है।