आगरा। कहने के लिए घर के अंदर होने वाली सास बहू की लड़ाई अब चुनावी मैदान में पहुंच गई है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आगरा में नगर निकाय चुनाव में एक वार्ड ऐसा है जहां सास और बहू आमने सामने हैं।
हालांकि सास और बहू में काफी सामंजस्य दिखाई दिया। दोनों का ही कहना था कि हम भले ही एक ही परिवार से हैं। लेकिन जो भी जीतेगा वह जनता की समस्या को ध्यान में रखकर उनका निदान करने की कोशिश करेगा।
आगरा के चारसु दरवाजा वार्ड 10 से बहु चारू अपनी सास मीना देवी के सामने चुनावी रण में खड़ी हो गईं हैं। उन्होंने नामांकन के आखिरी दिन अपनी सास के खिलाप अपना पर्चा दाखिल किया। चुनावी मैदान में भले ही सास बहू एक दूसरे के सामने प्रतिद्वंदी बनकर खड़ी हों। मगर घर में वे एक साथ हैं। बहू चारु का कहना है उसने नगर निगम में नामांकन करने से पूर्व अपनी सास के पैर छूकर शुभ आशीष लिया। वहीं दूसरी तरफ सास ने भी बहू को बड़ी जीत का आशीर्वाद दिया।
निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरी बहू चारु ने बताया कि अभी तक मैंने अपने घर की जिम्मेदारी निभाई। भले ही मेरे घर में कम लोग हैं लेकिन अगर मैं जीत जाती हूं, तो अपने वार्ड के लोगों को भी अपने परिवार की तरह देखूंगी। उनके सुख-दुख में और उनकी हर समस्या में उनके साथ खड़ी रहूंगी। अगर मेरे सामने मेरी सास प्रतिद्वंदी बनकर आती हैं। तब भी मैं अपने मुद्दों के बल पर क्षेत्र की जनता को आकर्षित करने का प्रयास करूंगी। क्षेत्र में जो भी पानी, सड़क, सफाई व अन्य कोई भी समस्या आएगी। उसका मजबूती से सामना कर जनता को साथ लेकर निदान करने की पूरी कोशिश करूंगी।
बहू का ये भी कहना है कि यदि दोनों के पर्चे में कोई समस्या नहीं आती है तो घर के मुखिया तय करेंगे कि कौन चुनाव मैदान में रहेगा। नहीं तो जो भी पर्चा सही रहेगा वो चुनाव लड़ेगा।