देशभर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने के बाद अब तक कोरोना का असर लगातार जारी है। वहीं मौतों का सिलसिला भी रुकने का नाम नहीं ले रहा। जहां एक ओर कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश भर को झकझोर कर रख दिया ।वहीं वैज्ञानिकों द्वारा तीसरी लहर आने की भी संभावना जताई जा रही है। लेकिन तीसरी लहर आने से पहले ही इसका असर देखने को मिल रहा है। दरअसल कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही यह लहर अक्टूबर महीने के बाद ही आने की बात कही गई थी ।लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के बीच ही कोरोना संक्रमण के लक्षण बच्चों में देखने को मिल रहे हैं।
कोरोना आंकड़ों के मुताबिक, दो राज्यों में ही 90 हजार से ज्यादा बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि जब 2 राज्यों का यह हाल है तो ऐसे में पूरे देश का क्या हाल होगा। बहरहाल यह कहना गलत नहीं होगा कि इस देश में तीसरी लहर के असर ने भी अब दस्तक दे दी है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र के अहमदनगर में सिर्फ मई के महीने में ही 9 हजार बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। वहीं संक्रमित बच्चों के आंकड़ों से स्वास्थ्य विभाग के भी होश उड़ चुके हैं।अगर बात करें तेलंगाना की तो तेलंगाना में मार्च से मई के बीच में 37,332 बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। गौरतलब है कि तेलंगाना में कोरोना की पहली लहर के दौरान 15 अगस्त से 15 सितंबर 2020 तक 19,824 बच्चे संक्रमित हुए थे।इस बार कोरोना नवजात शिशु से लेकर 19 साल तक के बच्चों पर हमलावर होता नजर आ रहा है।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जितनी तेजी से बच्चे कोरोना संक्रमित हो रहे हैं, यह चिंता का विषय है।
मध्य प्रदेश के हालात भी इस समय काफी गंभीर होते दिखाई दे रहे हैं।मध्य प्रदेश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर की शुरुआत से अब तक करीब 54 हजार बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से सभी नवजात से लेकर 18 साल के बीच है। मिली जानकारी के मुताबिक, इन बच्चों में से 12 बच्चों को अस्पताल में भी भर्ती कराने की जरूरत पड़ी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कोविड पॉजिटिव पेशेंट लाइन लिस्ट रिपोर्ट के हिसाब से, मध्य प्रदेश के भोपाल में अब तक 2699 बच्चे कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। वहीं डूंगरपुर जिले में पिछले 10 दिनों में 512 बच्चे कोविड- 19 से संक्रमित हो चुके हैं।