आगरा। शंखनाद के साथ भगवान के पट खुले तो हर भक्त के मुख से हरि बोल के जयकारे गूंजने लगे। श्रद्धा से भरी आंखें नवयौवन भेष में श्रीजगन्नाथ जी, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र के 15 दिन बाद दर्शन पाकर एकटक निगाह से निहारते रहे। दोनों हाथ ऊपर उठाकर हरे राम हरे कृष्णा… के कीर्तन से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा। श्वेत रंग की पोशाक धारण किए और मोगरे के फूलों से सजे श्रीजगन्नाथ जी के दर्शन को हर भक्त व्याकुल था। बीमारी से उठे श्रीहरि के लिए आज हर भक्त अपनी अपनी रसोई से स्वादिष्ट व्यंजन पकाकर लाए। मंदिर की रसोई में 56 प्रकार के चावल पकाए गए।
कमला नगर स्थित इस्कॉन मंदिर (श्रीजगन्नाथ मंदिर) में आज श्रीजगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव के तहत नयन उत्सव का आयोजन किया गया। आगरा इस्कॉन के अध्यक्ष अरविन्द प्रभु ने बताया कि बीमारी से उठे श्रीहरि का हल्का श्रंगार कर आरती की। बताया कि मंदिर की रसोई में आज भोग के लिए 56 प्रकार के चावल (गुड़ के चावल, गन्ने के रस में पके चावल, चीनी के चावल, फीके चावल, नमकीन चावल) आदि पकाए गए। भक्तजन अपनी-अपनी रसोई से ढोकले, कचौड़ी, पूड़ी, मठरी, पराठा, तरह-तरह की सब्जियां, रसगुल्ले, बर्फी आदि पकवान पकाकर लाए। श्रीजगन्नाथ जी के पट खुलने से पहले हरे राम हरे कृष्णा… कीर्तन करते हुए भगवान की एक झलक पाने का इंतजार करते रहे। मंदिर परिसर को जगमग रोशनी व सुगंधित पुष्पों से सजाया गया। आगरा इस्कॉन के अध्यक्ष अरविन्द प्रभु ने भगवान की आरती की। जगन्नाथ जी की प्रिय स्तुति गीत गोविन्द व जगन्नाथ अष्टकम के साथ हरे रामा, हरे
इस अवसर पर मुख्य रूप से नितेश अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, आशु मित्तल, नवीन सिंघल, संजय कुकरैजा, अनूप अग्रवाल, रमेश यादव, दिनेश अग्रवाल, शैलेश बंसल, विभु सिंघल, राजेश उपाध्याय, ओमप्रकाश अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, राजीव मल्होत्रा, प्रदीप बंसल, सूरज, शाश्वत नंदलाल, ज्योति बंसल आदि उपस्थित थे।कृष्णा कीर्तन पर भक्त भगवान के दर्शन करते हुए देर तक झूमते नाचते रहे।
श्रीजगन्नाथ रथयात्रा कल दोपहर 2 बजे से
श्रीजगन्नाथ रथयात्रा 27 जून को दोपहर 2 बजे से बल्केश्वर स्थित महालक्ष्मी मंदिर से प्रारम्भ होगी। बल्केश्वर व कमला नगर क्षेत्र में भ्रमण करते हुए रथयात्रा शाम लगभग 8 बजे श्रीजगन्नाथ मंदिर पहुंचेगी। नंदीघोष रथ पर श्रीजगन्नाथ भगवान सतरंगी रंग के परिधान पर रथ की छटा से सजी पोशाक पहनकर भक्तों को दर्शन देंगे। खास बात है कि भगवान की पोशाक आगरा व वृन्दावन के भक्तों ने स्वयं तैयार की है। रथयात्रा में यूक्रेन और रशिया सहित भारत के विभिन्न प्रांतों के हजारों भक्तजन भाग लेंगे। भगवान के 25 फीट के नंदीघोष रथ को कलकत्ता व वृंदावन के कलाकार सजाएंगे।