- लखनऊ में लघु उद्योग भारती का क्षेत्रीय सम्मेलन एवं महाधिवेशन संपन्न
- एमएसएमई सेक्टर के विकास और सरलीकरण पर ऐतिहासिक निर्णय
आगरा। इंदिरा गांधी ऑडिटोरियम लखनऊ में लघु उद्योग भारती द्वारा क्षेत्रीय सम्मेलन एवं उद्यमी महाधिवेशन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक , कैबिनेट मंत्री एमएसएमई राकेश सचान , एमएसएमई के प्रमुख सचिव आलोक कुमार, राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार ,लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा , राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश जैसे गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गौरवान्वित किया।
कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री एवं लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष (राज्यमंत्री) राकेश गर्ग ने उद्यमियों से संबंधित प्रमुख मुद्दों को शासन और प्रशासन के समक्ष प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उद्योग जगत की कई महत्वपूर्ण समस्याओं और उनके समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यक्रम के महत्वपूर्ण बिंदु एवं घोषणाएं:
- औद्योगिक भूमि की रजिस्ट्री औरनामांतरण से संबंधित समस्याएं
राकेश गर्ग ने इस विषय को गंभीरता से उठाते हुए बताया कि कंपनियों के नाम पर होने वाली भूमि रजिस्ट्री में, अधिकृत प्रतिनिधि या निदेशक का नाम खतौनी में दर्ज किया जाता है। जब कंपनी द्वारा संपत्ति बेची जाती है, तो नामांतरण/दाखिल खारिज के दौरान संबंधित प्रतिनिधि या निदेशक के हस्ताक्षर की मांग की जाती है। यदि कंपनी के निदेशक बदल जाते हैं, तो उद्यमियों को इस प्रक्रिया में अनावश्यक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार ने इस समस्या की गंभीरता को समझते हुए मंच से ही घोषणा की कि आगामी एक सप्ताह के भीतर एक सर्कुलर जारी किया जाएगा। - धारा 143 / धारा 80 के अंतर्गत कृषि भूमि का गैर-कृषि उपयोग
कृषि भूमि को गैर-कृषि उपयोग में परिवर्तित करने की प्रक्रिया में होने वाली अनावश्यक देरी और विसंगतियों पर चर्चा की गई। राकेश गर्ग ने इस विषय को जोरदार तरीके से प्रस्तुत किया।
अनिल कुमार ने उत्तर दिया कि अब संबंधित अधिकारियों (लेखपाल और एसडीएम) के लिए 30 दिनों की समयसीमा निर्धारित की गई है। जिसमें उन्हें या तो स्वीकृति प्रदान करनी होगी या आपत्ति दर्ज करनी होगी। - भूमि के एक्सचेंज से संबंधित मुद्दे
विषय भूमि के एक्सचेंज से संबंधित था, जिसमें बड़े प्रोजेक्ट्स के दौरान चकरोड या अन्य अवरोधक भूमि के स्थानांतरण/एक्सचेंज की स्वीकृति प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
इस पर राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार ने जानकारी दी कि इस स्वीकृति का अधिकार मंडलायुक्त को पहले ही प्रदान किया जा चुका है। - फायर एनओसी से संबंधित समस्याएं
छोटे उद्योगों पर फायर एनओसी से जुड़े कठोर नियमों के कारण उत्पन्न कठिनाइयों का मुद्दा कार्यक्रम में प्रमुखता से उठाया गया। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इस गंभीर समस्या पर अपनी संवेदनशीलता प्रकट करते हुए कहा कि एमएसएमई उद्योगों के लिए फायर एनओसी संबंधी नियमों का सरलीकरण किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि छोटे उद्योगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके संचालन में बाधा उत्पन्न करने वाले अनावश्यक नियमों को हटाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
पाठक ने यह भी आश्वासन दिया कि यदि आवश्यक हुआ तो इस विषय को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि उद्यमियों को इस मुद्दे पर अधिकतम राहत प्रदान की जा सके।
प्रदेश के एमएसएमई उद्योग की चिंताएं
प्रमुख सचिव एमएसएमई, आलोक कुमार ने बैठक में प्रदेश के उद्यमियों की समस्याओं को न केवल गंभीरता से सुना, बल्कि उनके समाधान के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने का आश्वासन भी दिया।
- एमएसएमई पॉलिसी 2022 की विशेषताएं कैबिनेट मंत्री एमएसएमई, राकेश सचान ने एमएसएमई सेक्टर के विकास और इसे प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं और कार्यक्रमों का विस्तृत विवरण साझा किया।
लघु उद्योग भारती की भूमिका और भविष्य की योजनाएं
राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश ने लघु उद्योग भारती की भूमिका और उसके राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला।
प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल रावी ने लखनऊ में आयोजित महा अधिवेशन की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि संगठन का मुख्य उद्देश्य एमएसएमई सेक्टर को मजबूती प्रदान करना और इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। संगठन शक्ति और एकजुटता के साथ निरंतर आगे बढ़ रहा है प्रदेश का औद्योगिक विकास तभी संभव है जब सभी उद्योगपति सक्रिय रूप से संगठन की गतिविधियों में भाग लें लघु उद्योगों का राष्ट्र की आर्थिक विकास में बड़ा योगदान है ।
महाधिवेशन में लघु उद्योग भारती, आगरा के जिलाध्यक्ष विजय गुप्ता के नेतृत्व में आगरा जिले से बड़ी संख्या में उद्यमियों ने भाग लिया। आगरा के प्रमुख प्रतिनिधियों में अरविंद शुक्ला, सौरभ गुप्ता, समक्ष जैन, सीए नितेश गुप्ता, राजीव मोदी, शैलेष अग्रवाल, अंकुर अग्रवाल आदि मौजूद रहे।