उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखी हुई एक लाश 7 घंटे बाद अचानक से जिंदा हो गई। बताया जाता है कि सड़क हादसे में उस शख्स की मौत हो गई थी। उसके बाद एक नहीं बल्कि 3 अस्पतालों के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। मोर्चरी में रखे जाने के 7 घंटे बाद जब पुलिस उस का पंचनामा भरने की तैयारी कर रही थी, तभी पुलिस को लगा कि उसकी सांसे चल रही हैं। चिकित्सक ने जब जांच की तो वह शख्स जिंदा था और उसे तुरंत उपचार के लिए भर्ती कराया गया।
जानकारी के मुताबिक घायल शख़्श श्रीकेश मुरादाबाद में मझोला थाना क्षेत्र का निवासी है। वह नगर निगम में कर्मचारी हैं। परिजनों के मुताबिक श्रीकेश देर रात अपने घर से दूध लेने के लिए निकले थे, तभी सड़क पार करते समय उनका रोड एक्सीडेंट हो गया। हादसे की जानकारी होता ही परिजन उन्हें इलाज के लिए लेकर भागे लेकिन एक के बाद एक तीन निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद परिजन उन्हें जिला अस्पताल ले आए। जिला अस्पताल में भी इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक मनोज ने उन्हें मृत बताते हुए मोर्चरी में भिजवा दिया।
सड़क दुर्घटना में श्रीकेश की मौत की जानकारी होने के बाद पुलिस पंचनामा भरने के लिए मोर्चरी में पहुंची थी। यहां पुलिस मृत शरीर के चोट के निशान को देख रही थी, तभी उन्हें एहसास हुआ कि श्रीकेश की सांसे चल रही हैं। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी चिकित्सक को दी। चिकित्सकों ने भी जांच किया तो उन्हें श्रीकेश के जिंदा होने की जानकारी हुई और तुरंत उपचार के लिए भर्ती करा दिया।