आगरा। आगरा विकास प्राधिकरण यानी एडीए को 31 मार्च 2021 में ही मास्टर प्लान का ड्राफ्ट सौंपा जाना था लेकिन यह मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी ने 1 साल की देरी कर दी। इतना ही नहीं कंपनी ने मास्टर प्लान बनाने में कई गलतियां की हैं और एडीए विभाग को काफी परेशान किया है जिसके चलते उनका यह मास्टर प्लान ड्राफ्ट दो बार लखनऊ से रिजेक्ट होकर वापस आ चुका है। इन सभी को ध्यान में रखते हुए एडीए उपाध्यक्ष ने मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी ‘रुद्राभिषेक’ को ब्लैक लिस्ट में डालने का फैसला किया है।
बताते चलें कि एडीए मास्टर प्लान 2031 बनाने वाली कंपनी रुद्राभिषेक ने 1 साल देरी के बाद मास्टर प्लान का ड्राफ्ट सौंपा, जो लखनऊ से दो बार बैरंग लौटा दिया गया। इस पर आवास आयुक्त अजय चौहान नाराज हुए थे। उसके बाद एडीए उपाध्यक्ष ने 29 नवंबर को संशोधित ड्राफ़्ट मांगा लेकिन कंपनी ने उसमें भी देरी कर दी और 4 दिसंबर को संशोधित ड्राफ़्ट सौंप सकी।
एडीए उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि आगरा शहर भविष्य में कैसा हो इसके लिए एक विजन प्लान तैयार कराया जा रहा है। विदेशी कंपनी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह शहर में इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत, जमीन और सुनियोजित विकास का खाका पेश करेगी। एक बार यह मास्टर प्लान जो मीटिंग के जरिए प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें स्ट्रीट बाजार, मुख्य सड़कों और लैंड यूज़ में बदलाव में संशोधन किया गया है।