आगरा। जिले में तैनात एक सीओ के चालक ने अपने जाल में फंसा कर करीब एक दर्जन सब इंस्पेक्टरों सहित कई पुलिसकर्मियों को ठगी का शिकार बना लिया। चालक ने पैसे का लालच देकर सब इंस्पेक्टरों से लाखों रुपए की रकम हड़प ली। उसके बाद पैसा मांगने पर चालक ने उनको आंखें दिखाना शुरू कर दिया है। पुलिस विभाग में इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। चालक के द्वारा पैसे की ठगी करने का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
आगरा जिले में तैनात एक सीओ के इस चालक का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो में उसने कई पुलिस कर्मियों, दरोगा व गनर सहित विभाग के लोगों का जिक्र किया है। चालक के अनुसार, उसने सभी पुलिसकर्मियों को एक लाख रुपये लागकर प्रतिदिन के हिसाब से 1 हजार रुपये का लाभ देने की बात भी कही थी। झांसे में लेने के लिए उसने एक रजिस्टर दिखाने के लिए ले रखा था। रजिस्टर के अनुसार पैसे लेने व लाभ का लेखा जोखा रखा गया है। ऑडियो के अनुसार जिस पुलिसकर्मी से वह बात कर रहा है वह चालक के इस जाल का शिकार हो चुका है। पैसा मांगने पर चालक ने उसे बताया कि किस प्रकार से उनके साथ ठगी की गई है। लोगों को पैसा लेकर एक हजार रुपए प्रति दिन के हिसाब से देता था, साथ ही उसने कुछ नाम भी लीक ऑडियो में लिए हैं। जिनमें से किसी ने एक लाख रुपए तो किसी ने 80 हजार रुपये दिए है। कुछ दरोगा व सिपाहियों ने तो 5 लाख रुपए से लेकर 8 लाख रुपये तक लगाए हैं।
लगातार पैसे लोगों को लेकर देने की बात करने के बाद अब सीओ के चालक का कहना है कि जिस व्यक्ति ने को वह पैसे देता था, वह 5 लाख रुपये लेकर हर दिन 5 हजार रुपये के हिसाब से देता था। जब आगरा जिले के कई पुलिसकर्मियों ने करीब 80 लाख रुपये लगा दिए तो चालक ने उस युवक को पैसे लेकर भागने का बहाना बनाकर सभी पुलिसकर्मियों को चंपत कर दिया। जिले में कई सब इंस्पेक्टर व पुलिस सिपाहियों से करीब 50 से 70 लाख रुपए की रकम चालक के पास पहुंच चुकी है। उसके बाद अब पैसा मांगने पर चालक ने पैसा देने वालों को आंख दिखाना शुरू कर दिया है जिसके चलते पुलिस महकमे में यह विषय चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारों की माने तो चालक ने हाल ही में दो मकान लाखों रुपए की कीमत से बनवाए हैं। जिसकी कीमत लगभग 80 लाख हैं। उसके बाद अपनी पुत्री की शादी में अभी करीब 30 लाख रूपए खर्च किए हैं। सोचने वाली बात है कि एक चालक के पास इतना पैसा कहां से आया।
पैसे लेकर निकाला जांच से
चालक पूर्व में दूसरे सीओ के अंतर्गत गाड़ी चालक था। उस समय इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई थी। जिस मामले की जांच भी उसी सीओ को दी थी जिसकी वह गाड़ी चला रहा था। सूत्रों की मानें तो तत्कालीन सीओ ने इस मामले को रफा-दफा कर दिया था।
अक्सर हम लोगों ने सुना है कि आम जनता ठगी का शिकार हो जाती है। जनता शिकार होने के बाद जनता पुलिस के पास जाती है लेकिन यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि जिला शहर में जनता की मदद करने वाले पुलिसकर्मी अपने एक छोटे से साथी के द्वारा ठगी का शिकार हो गए। अब पुलिस महकमे में इस बात की चर्चा अंदरूनी चल रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसका खुलकर विरोध कोई भी करना नहीं चाहता और पुलिसकर्मी भी किसी की मदद नहीं ले पा रहे हैं।