Home » बालश्रम के दलदल से बाहर निकले बच्चों ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, नहीं रहा खुशी का ठिकाना

बालश्रम के दलदल से बाहर निकले बच्चों ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, नहीं रहा खुशी का ठिकाना

by admin

आगरा। जिन बच्चों ने कभी स्कूल देखा नहीं था। मां बाप धन के अभाव में उन्हें शिक्षा नही दिला पाए बल्कि घर खर्च चल सके सभी लोग दो वक्त की रोटी खा सके, इसके लिए इन बच्चों को भी अपने साथ काम मे लगाए रहे। जब इन बच्चों ने बाल दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से दिल्ली राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की तो उनकी खुशी का ठिकाना नही रहा। उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष तुलाराम शर्मा के नेतृत्व में इन बच्चों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।

महामहिम से मुलाकात कर ये सभी बच्चे काफी उत्साहित नजर आए। इन बच्चों के लिए यह एक सपना सा था लेकिन इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए सभी बच्चों ने महामहिम रामनाथ कोविंद के साथ फोटो खींचवाये और इन पलों को यादगार बनाया। इस मुलाकात के दौरान श्रमिक संस्थान के बच्चों ने महामहिम से बालश्रम पर खुलकर वार्ता की और अपनी शिक्षा से संबंधित विभिन्न समस्याओं से भी उन्हें रूबरू कराया।

आपको बताते चले कि बालश्रम में लिप्त इन बच्चों को उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान मुस्कान प्रोजेक्ट के तहत शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा है और उन्हें शिक्षित बनाया जा रहा है। देवरी रोड स्थित मुस्कान सेंटर में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे अब बेहद खुश हैं लेकिन इनकी खुशी उस समय दोगुनी जब इन्होंने बाल दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।

यह सभी बच्चे बालश्रम के दलदल से निकल कर छात्र बनने की जानकारी पाकर महामहिम रामनाथ कोविंद काफी उत्साहित नजर आये। उन्होंने बच्चों के साथ खुलकर वार्ता की और कई प्रश्नों के साथ उनसे शिक्षा ग्रहण करने पर कैसा महसूस कर रहे है, भविष्य में क्या बनेंगे, उनके क्या सपने है इसकी जानकारी भी ली। बच्चों ने भी खुलकर जवाब दिए और बालश्रम को रोकने के साथ अपने क्षेत्र जो स्लम एरिया है उससे प्राथमिक विद्यालय खोले जाने की अपील की।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन व उत्तर प्रदेश मजदूर श्रमिक शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष पंडित तुलाराम शर्मा ने भी बच्चों की इस अपील पर कार्य हो इसके लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देवरी ​रोड स्थित वार्ड 19 में स्कूल की मांग को लेकर पत्र भी दिया। तुलाराम शर्मा ने अपने संगठन और मजदूरों के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए चलाए जा रहे श्रमिक स्कूल की जानकारी दी। उन्होंने महामहिम रामनाथ कोविंद को बताया कि वह पिछले तीन दशकों से लगातार असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को उचित वेतन, स्वास्थ्य से संबंधित सुविधाए, मजदूरों के साथ-साथ उनके बच्चों को शिक्षित बनाना और शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का संघर्ष कर रहे है। लगभग दो दशकों से तो वह मजदूरों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान उसी से जुड़ी एक कड़ी है।

इस दौरान महामहिम रामनाथ कोविंद ने तुलाराम शर्मा के
इन प्रयासों की सराहना की और समाज में तुलाराम शर्मा जैसे लोगों का होना बहुत जरूरी बताया जिससे समाज में बदलाव और हक की लड़ाई जारी रह सके।

इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सभी बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और तुलाराम शर्मा से भी इस लड़ाई को यूं ही लड़ते रहने के लिए प्रेरित किया।

Related Articles