Mathura. मथुरा रिफाइनरी की जालंधर पाइप लाइन में वॉल्व लगाकर लाखों रुपये की तेल चोरी का खुलासा होने से रिफाइनरी में हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में रिफाइनरी के अधिकारियों ने थाना छत्ता में मुकदमा दर्ज कराया गया है। शातिराना अंदाज में तेल चोरी होने को लेकर पुराने तेल माफियाओं पर शक गहराया है। पुलिस पुराने तेल माफियाओं की कुंडली खंगालने में जुट गई है।
छाता के गांव रनवारी में जालंधर की पाइप में सेंध लगने का खुलासा 16 मई को रिफाइनरी इंडियन ऑयल के परिचालन विभाग को हुआ था। उसके बाद मुख्य प्रबंधक श्रीश चंद वर्मा ने 19 मई को छाता कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज होते ही छाता पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस ने उस स्थल पर जाकर देखा तो वास्तव में वॉल्व लगाकर पाइप लाइन में सेंध लगाई गई थी। पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं कि आखिरकार कहां और कैसे हुई तेल चोरी। इन चोरियों में कौन-कौन शामिल रहा यह रिकॉर्ड भी पुलिस एकत्रित करने में जुट गई हैं।
प्रेशर डाउन होने पर तेल चोरी का लगा पता-
इंडियन ऑयल के मुख्य परिचालान प्रबंधक श्रीश चंद वर्मा ने बताया कि पाइप लाइन में प्रेशर डॉउन होने पर शक हुआ। पेट्रोलिंग कराई गई तो दो जगह बैल्डिंग होती मिली वहीं एक जगह वॉल्व लगा मिला। इससे यह साफ हो गया कि चोरी तो हुई है। इसकी जानकारी दिल्ली मुख्य ऑफिस को दे दी गई है। कितना तेल चोरी हुआ, इसका अभी पता नहीं चल सका है। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
2017 में हुई करोड़ों रुपये की हुई तेल चोरी-
तेल चोरी का यह पहला मामला नहीं है। फरवरी-2017 में भी थाना हाइवे क्षेत्र में जालंधर की पाइप लाइन में सेंध लगाकर करोड़ों रुपये की तेल चोरी को अंजाम दिया था। खुलासा होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने तेल माफिया मनोज गोयल और उसके गुर्गों को पकड़कर जेल भी भेजा था। चोरी किए गए तेल को तेल माफिया ने बड़े ही इत्मीनान से अपने पेट्रोल पंपों और गुर्गों के पेट्रोल पंपों पर खपाया था। एक बार फिर छाता में हुई तेल चोरी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
तीन से चार हजार लीटर तेल हुआ चोरी-
छाता कोतवाली प्रभारी रवि त्यागी ने बताया की तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज कर लिया है। इसमें करीब 3 से 4 हजार लीटर तेल चोरी होने का अंदेशा है। वहीं पाइप लाइन चीफ मैनेजर श्रीश चन्द वर्मा ने बताया कि इस पाइप लाइन के जरिए फिनिश प्रोडक्ट की सप्लाई पानीपत, जालंधर रिफाइनरी को की जाती है। पहले पाइप लाइन से तेल चोरी के मामले सामने आते रहते थे लेकिन अब करीब सवा चार साल बाद यह मामला सामने आया है।