Home » सिपाही का शव पैतृक घर पहुंचने पर श्रद्धांजलि देने को उमड़ पड़ा पूरा गांव

सिपाही का शव पैतृक घर पहुंचने पर श्रद्धांजलि देने को उमड़ पड़ा पूरा गांव

by pawan sharma

फतेहाबाद। विनोद कुमार यादव का इलाहाबाद में वीआईपी ड्यूटी की दौरान फायर ब्रिगेड के टैंक में डूबने से मौत हो गई थी। फतेहाबाद के जगराजपुर के मूल निवासी विनोद यादव का शव फतेहाबाद स्थित उनके पैतृक गांव पहुंचा तो उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा।पुलिस सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। 35 वर्षीय विनोद को उनके 5 वर्षीय पुत्र नक्ष्य ने मुखाग्नि दी। इस दौरान अलीगढ़ से उनके साथ आए ट्रैफिक पुलिस के जवान एवं ट्रैफिक सीओ मौजूद रहे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार फतेहाबाद के ग्राम जगराजपुर के मूल निवासी विनोद यादव पुत्र दिनेश कुमार यादव अलीगढ़ में ट्रैफिक पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। इलाहाबाद में कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लेने आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए वीआईपी में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी। शुक्रवार को वह अपने साथी सिपाहियों के साथ इलाहाबाद पहुंचे। फायर ब्रिगेड के कैंप में रात्रि विश्राम किया विनोद शौच के लिए सुबह करीब 5 बजे निकले। लौटकर आने पर उनका पैर फिसल गया और वह फायर ब्रिगेड के अंडरग्राउंड टैंक में गिर गए। 3 घंटे तक जब वह अपने कमरे में वापस नहीं लौटे तो साथियों ने उनकी तलाश शुरू की तो खोजबीन करने पर उनकी चप्पल पानी में तैरती मिली। खोजबीन करने पर विनोद भी पानी में मिले। आनन-फानन में उन्हें पानी से निकाला लेकिन तब तक पानी में डूबने से मौत हो गई थी। पीएम के बाद शव को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

रविवार सुबह अलीगढ़ पुलिस उनके शव को लेकर उनके पैतृक गांव पहुंची। जहां शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। अंतिम संस्कार के समय अलीगढ़ सीओ ट्रैफिक परशुराम सिंह, ट्रैफिक इंस्पैक्टर अनूप कुमार सिंह, उपनिरीक्षक फतेहाबाद निर्दोष कुमार सेंगर, फतेहाबाद के पूर्व चेयरमैन शैलेश यादव, पूर्व प्रधान विपिन यादव, राजेश कुशवाहा, पप्पू यादव सहित बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पुलिस की टुकड़ी ने शस्त्र झुका कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि भी दी।

मृतक सिपाही विनोद का 5 वर्ष का पुत्र तथा 4 माह की एक पुत्री है। विनोद की असमय मौत से उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं मौत की खबर आते ही पूरे गांव में चूल्हे नहीं जले। पूर्व चेयरमैन शैलेश यादव ने बताया कि यदि फायर ब्रिगेड का टैंक ढका होता तो यह दुर्घटना नहीं होती। सीओ ट्रैफिक अलीगढ़ परशुराम सिंह ने बताया की मृतक के परिवार को हरसंभव सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

Related Articles

Leave a Comment