आगरा। डग्गेमार वाहनों की मनमानी इस कदर चलती है कि डग्गेमार वाहन जहां चाहे जिधर चाहे अपने वाहन को रोककर सवारियां भरता है। चाहे पीछे जाम लगे या फिर कोई एंबुलेंस जाम में फंसे। एंबुलेंस के मरीज की डग्गेमार वाहनों को कोई परवाह नहीं। आए दिन जाम लगने के बावजूद भी स्थानीय पुलिस द्वारा डग्गेमार वाहनों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता इससे कहीं ना कहीं इलाकाई पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है।
मामला कस्बा शमशाबाद क्षेत्र के गांधी चौराहे का है। जहां आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम लगने से राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कस्बे के लोग आवश्यक कार्य से बाजार आने में दुपहिया वाहन से ना आकर पैदल आना ठीक समझते हैं।
आपको बता दें कि गांधी चौराहा कस्बे का सबसे व्यस्ततम चौराहा है। बात चाहे इरादतनगर रोड की हो, चाहे आगरा रोड की। या फिर फतेहाबाद और राजाखेड़ा रोड की। चारों तरफ डग्गेमार वाहनों का बोलबाला है। जिसके चलते कस्बे में हर दो घंटे बाद जाम की स्थिति बनी रहती है। कस्बे में भीषण जाम की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस जाम तो खुलवाती है। लेकिन पुलिस के हटते ही डग्गेमार वाहनों की मनमानी से फिर वही हालात होते दिखते हैं।
आखिर डग्गेमार वाहनों पर पुलिस क्यों नहीं करती कार्यवाही? यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। या फिर ऐसे ही शमशाबाद क्षेत्र से गुजरने वाले राहगीरों को जाम का सामना करना पड़ेगा।