आगरा। एत्माद्दौला थाने के बाहर रो रही महिलाओं ने आरोप लगाया है कि इस थाने के इंस्पेक्टर ने उनके साथ मारपीट की और बाल पकड़कर थाने से बाहर निकाल दिया। इस दौरान उनके शरीर पर कई जगह चोट भी आई है। महिलाओं का कहना था कि वो अपने भाई से मिलने आई थी। उन्हें मिलने तो नही दिया बल्कि उनके साथ मारपीट कर बाहर भाग दिया।
पीड़ित महिलाओं ने बताया कि वो अपने भाई पप्पू के साथ इस्लामनगर में रहती है। कई दिन पहले पुलिस ने पप्पू को गांजा सप्लाई के आरोप में पकड़ा था लेकिन पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश नहीं किया। पूछताछ करने पर महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए उनके साथ मारपीट कर दी। हंगामे को देखते हुए पुलिस ने तुरंत उसका पर्चा भी काट दिया।
थाने के बाहर रो रही पीड़िता मुन्नी ने बताया कि पप्पू गांजा सप्लाई का काम करता था लेकिन यह सब पुलिस के ही से संरक्षण में ही चल रहा था। थाने के इंस्पेक्टर से लेकर क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज सभी उससे पैसा लेते थे। अभी भी पुलिस ने करीब एक लाख रुपये छोड़ने के नाम पर लिए लेकिन उसे छोड़ा नही गया।
पीड़ित महिलाओं का कहना है कि पुरुष पुलिस को महिलाओं को मारने का कोई अधिकार नहीं है। उनका भाई पप्पू छूटे या ना छूटे लेकिन पुलिस ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया है। वे उसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से करेंगी।