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झुग्गी-झोपड़ी के साथ बौद्ध विहार को ढहाए जाने पर अखिल भारतीय भिक्षु महासंघ ने जताया आक्रोश

by admin
The All India Monk Federation expressed anger over the demolition of the Buddhist Vihara with a slum

Agra. एत्माउद्दौला थाना क्षेत्र के इंद्रानगर में रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण होने के नाम पर झुग्गी-झोपड़ियों के साथ बौद्ध विहार को ढहाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अखिल भारतीय भिक्षु महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भदंत आनन्द वास्तविल ने रेलवे की इस कार्यवाही पर सवाल खड़े किए हैं तो वहीं सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि रेलवे ने बौद्ध बिहार, मस्जिद और झुग्गियों को उजाड़ा लेकिन उस भूमि पर बने मंदिर पर रेलवे का महाबली नहीं चला, आखिरकार ऐसा क्यों।

शनिवार को अपनी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए रेलवे विभाग की ओर से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में लोगों की झुग्गी झोपड़ियों के साथ-साथ कच्चे-पक्के मकानों और बौद्ध विहार को तोड़ दिया जिसमें भगवान बुद्ध की प्रतिमा थी।

रेलवे द्वारा उक्त जमीन पर बने बौद्ध विहार को तोड़े जाने से अखिल भारतीय भिक्षु महासंघ राष्ट्रीय अध्यक्ष भदंत आनन्द वास्तविल आक्रोशित है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर रेलवे विभाग को चेतावनी दी है कि वो जल्द ही आगरा आ रहे है। बौद्ध बिहार का पुनः निर्माण नहीं कराया तो सरकार के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर जन आंदोलन किया जाएगा और इस आंदोलन से देशभर में अगर शांति व्यवस्था भंग हुई तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

अखिल भारतीय भिक्षु महासंघ राष्ट्रीय अध्यक्ष भदंत आनन्द वास्तविल ने कहा है कि बौद्ध विहार रेलवे की भूमि पर नहीं था। उसका सत्यापन किया जाए तो रेलवे की भूमि से वो अलग है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि रेलवे ने भूमि पर हो रहे अन्य अतिक्रमणों को अनदेखा किया और जान बूझकर उनको निशाना बनाया गया। अगर रेलवे द्वारा उनका बौद्ध विहार नहीं बनाया गया तो सरकार के खिलाफ जो आंदोलन होगा उसकी जिम्मेदारी सरकार और रेलवे की होगी।

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