Agra. स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान की शुभारंभ हो गया है। इस अभियान के पहले एसीएफ के पहले चरण की शुरुआत हुई। इस अभियान के पहले दिन जनपद के 11 इलाकों में रहने वाले 1121 लोगों की की क्षय रोग व कोविड स्क्रीनिंग की गई।
शनिवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. यूबी सिंह ने जांच टीमों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अभियान के पहले चरण में अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, जिला कारागार, केंद्रीय कारागार, मंद बुद्धि संस्थान और राजकीय चर्म संस्थान में रहने वाले 6743 लोगों में 1121 निवासियों की टीबी व कोविड-19 की स्क्रीनिंग की गई। इसमें से 93 लोगों के टीबी परीक्षण के लिए नमूने लिए गए। 469 लोगों की कोविड-19 की जांच की गई। इसमें से 93 लोगों में टीबी के लक्षण मिले।
डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि अभियान में टीबी के साथ-साथ कोरोना की भी स्क्रीनिंग की जा रही है। कोई संभावित मिलता है तो उसकी कोरोना की जांच की जा रही है। 02 जनवरी से 12 जनवरी तक जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की मलिन एवं उच्च जोखिम वाली आबादी में क्षय रोगियों की खोज की जाएगी । इसके साथ ही एचआईवी एवं डायबिटीज के रोगियों की भी जांच की जाएगी। यह कार्यक्रम जिले की कुल 20 प्रतिशत जनसंख्या पर संचालित किया जाएगा। 13 जनवरी से 25 जनवरी तक जनपद के समस्त पंजीकृत निजी चिकित्सक मेडिकल स्टोर से सम्पर्क स्थापित कर उन्हे क्षय रोगियों के नोटिफिकेशन करने के निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक क्षय रोग की उपलब्ध सुविधाओं को पहुंचाना है। यदि किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, खांसते समय खून का आना, सीने में दर्द, बुखार, वजन का कम होने की शिकायत हो तो वह तत्काल अपने बलगम की जांच कराएं। जनपद में क्षय रोगियों की जांच एवं उपचार पूर्णतया निशुल्क है।
अभियान के पहले चरण में डीटीसी हेडक्वॉर्टर की ओर से जिला पीपीएम समन्वयक कमल सिंह, अरविंद कुमार यादव, टीबी-एचआई समन्वयक शशिकांत करवाल, पंकज सिंह, जिला प्रोग्राम कोर्डिनेटर अखिलेश शिरोमणी ने सभी टीमों का सुपरविजन किया।