आगरा। यदि आप संपन्न परिवार से हैं। आमदनी भी अच्छी है। बावजूद इसके अपने आप को गरीब दर्शा कर यदि आप केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना का लाभ ले रहे हैं तो तत्काल प्रभाव से सावधान हो जाइए। आपके ऊपर योगी सरकार का चाबुक चल सकता है। ऐसा ही एक प्रकरण आगरा जिले का है।
शाहगंज क्षेत्र के नरीपुरा इलाके के रहने वाले वैभव हायर सेकेंडरी स्कूल के स्वामी आसाराम की पत्नी मधु ने अपने आप को गरीब दर्शा कर योजना का लाभ उठाया। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद मलपुरा थाना क्षेत्र के धनौली निवासी शिकायतकर्ता होशियार सिंह ने जिलाधिकारी आगरा पीएन सिंह को लिखित में शिकायत की। वहां जिलाधिकारी आगरा ने इस शिकायत पर जिला परियोजना डूडा अधिकारी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया और जांच में पाया कि स्कूल संचालक (अपात्र) ने बनकर प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना का लाभ उठाया।
पहले नोटिस, फिर हुई वसूली शुरू
जांच पूर्ण होने के उपरांत जिला परियोजना डूडा विभाग ने अपात्र स्कूल संचालक आसाराम की पत्नी मधु को लिखित तौर पर नोटिस दिया और गरीब प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना से लिए गए दो लाख रुपये को जुर्माने के रूप में जमा कराए जाने के दिशा निर्देश दिए। विभाग के इस आदेश पर (अपात्र) स्कूल संचालक आसाराम की पत्नी मधु ने 6 जून को पचास हजार का डीडी जमा कर दिया है। शेष डेढ़ लाख रुपये जमा करने के लिए विभाग से समय मांगा गया है।
प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना (अपात्र) का लाभ उठाने वाले स्कूल संचालक आसाराम की पत्नी मधु से विभाग भले ही वसूली कर रहा हो। मगर जब यह बात प्रमाणित हो चुकी है कि तथ्यों को छुपाकर प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना का लाभ उठाया गया जो प्रमाणित धोखाधड़ी है। इस पर विभाग ने अभी तक एफआईआर क्यों दर्ज नहीं कराई। विभाग द्वारा एफआईआर अभी तक दर्ज न कराने के मामले में विभाग पर सांठगांठ के आरोप लग रहे हैं।
इस मामले में शिकायतकर्ता होशियार सिंह का कहना है कि जब यह बात प्रमाणित हो गई है कि (अपात्र) व्यक्ति स्कूल संचालक आसाराम की पत्नी मधु ने धोखाधड़ी की। प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना का लाभ उठाया तो विभाग ने अभी तक एफआईआर क्यों नहीं दर्ज़ कराई। वह जल्द ही जिलाधिकारी आगरा से मुलाकात करेंगे और अपात्र के खिलाफ एफआईआर किए जाने की मांग करेंगे।