Agra. ताजगंज थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना पुलिस ने फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है जो टेंडर दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी और धोखाधड़ी किया करता था। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। फर्जी आईएएस का मेडिकल कराने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी खुद को मुख्यमंत्री का सचिव बता कर लोगों से ठगी करता था।
महिला ने शिकायत कराई थी दर्ज
थाना ताजगंज क्षेत्र के विभव नगर निवासी नेहा बालियान ने आरोपी के खिलाफ बीते वर्ष 16 नवम्बर को शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि उनकी परिचित गाजियाबाद निवासी महिला नीतू राणा पत्नी स्व अनिल राना ने अपने एक परिचित आईएएस अधिकारी पंकज गुप्ता के लखनऊ सचिवालय में मुख्यमंत्री के सचिव के पद पर होने की बात बताई थी। इसके बाद नीतू ने उनके जरिए बाल विकास एवं आशा कार्यकर्ती के काम का टेंडर दिलवाने की बात कही थी। नीतू से पुराना परिचय होने के कारण नेहा ने विश्वास कर लिया और बाल विकास एवं आशा कार्यकर्ती का टेंडर लेने के लिए ₹1400000 का भुगतान कर दिया।
पैसे मांगने पर जेल भिजवाने की धमकी
पीड़िता का कहना है कि पैसे दिए जाने के बावजूद काम ना होने पर उन्हें शक हुआ और वह पैसा वापस करने के लिए कहने लगे तो फर्जी आईएएस ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। पीड़िता ने बताया कि उसे धमकाया जाने लगा कि अगर पैसे मांगे तो झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा देगा। इस पर उन्हें विश्वास हो गया कि उनके साथ बहुत बड़ी ठगी हुई है। इस पर उन्होंने ताजगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
रुपए लेने के बाद नहीं किया संपर्क
जानकारी के मुताबिक आरोपी पंकज गुप्ता ने पीड़िता को पूरी तरह से अपने जाल में फंसाने के लिए नकली टेंडर की प्रक्रिया करवाई। नकली फॉर्म भरवाए और फॉर्म भरवाने के नाम पर ही उनसे 1400000 रुपए ले लिए। पीड़िता ने 6 लाख नकद दिए और बाकी चार चार लाख के दो चेक दिए। आरोप इतना शातिर था कि उसने टेंडर फॉर्म और चेक पर नाम ही नहीं डलवाया। कुछ दिनों बाद जब पीड़िता ने पंकज से संपर्क किया तो वह कटने लगा। फोन उठाना भी बंद कर दिया। इससे उन्हें समझ में आ गया कि उनके साथ बहुत बड़ी ठगी हो गई है। इस पर उन्होंने दो चेक के पेमेंट रुकवा दिए।
दो आईडी रखता था फर्जी अधिकारी
पुलिस को आरोपी पंकज राव उर्फ पंकज गुप्ता निवासी सहारनपुर के पास से दो मोबाइल, लखनऊ सचिवालय का फर्जी आईएएस का आई कार्ड , अलग नामों के दो आधार कार्ड, दो पेनकार्ड और नेहा से ठगी के लिए बनवाए कागजात बरामद हुए हैं।
आरोपी को भेजा गया जेल
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा और मेडिकल हो जाने के बाद उसे जेल भेज दिया।