सागर राणा हत्याकांड ( Sagar Rana Murder Case) के मुख्य आरोपी पहलवान सुशील कुमार ( Sushil Kumar) को शुक्रवार को मंडोली जेल से तिहाड़ जेल शिफ्ट कर दिया गया है।बता दें पहलवान सागर राणा की हत्या के केस में दिल्ली पुलिस ने विगत 23 मई को सुशील कुमार और उसके साथी अजय को गिरफ्तार कर लिया था।
बता दें पूर्व में ओलंपियन सुशील कुमार के लिए बेहद बुरी खबर थी। उस दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उस पर मकोका लगाने की तैयारी शुरू कर दी थी। दरअसल सागर हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस को सुशील के काला जठेड़ी, नीरज बवाना और असौदा सहित तमाम कुख्यात गैंगस्टर्स से संगठित होने के सबूत मिले थे। जिसके बाद दिल्ली पुलिस संगठित अपराध को अंजाम देने वाले पहलवान सुशील पर मकोका ( Macoca) लगाने की कवायद में जुटी थी।
मकोका ( Macoca) का मतलब महाराष्ट्र ( Maharashtra) संगठित अपराध नियंत्रण कानून है। इस कानून के तहत उन आरोपियों पर कार्रवाई की जाती है, जो संगठित अपराध का हिस्सा हों। दरअसल 90 के दशक में महाराष्ट्र में अपराध बढ़ने पर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए यह कानून बनाया गया था। यह कानून उन मामलों पर नकेल करता है जिनमें अपराध अकेले करना संभव नहीं होता और घटना को अंजाम देने के लिए प्लानिंग की जरूरत होती है, उन्हें रोकने के लिए यह कानून 1999 में लागू कर दिया गया था। वहीं सन 2002 में दिल्ली सरकार ने भी मकोका को राजधानी में लागू कर दिया। गौरतलब है कि यह काफी सख्त और कड़ा कानून माना जाता है।
दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में सागर राणा के साथ घटित हुई यह घटना काफी चौंका देने वाली थी। उस दौरान सुशील कुमार ने अपने साथियों के साथ एक सोनू नाम के युवक को भी पीटा था। बहरहाल पहलवान सुशील कुमार ने अपनी जान का खतरा काला जठेड़ी से बताया है। दरअसल सोनू काला जठेड़ी का भांजा है। गैंगस्टर काला जठेड़ी वह अपराधी है जो करीब एक साल पहले फरीदाबाद में गुरुग्राम पुलिस की हिरासत से फरार हुआ था, फरीदाबाद पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही है, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। अब इस हाई प्रोफाइल केस में काला जठेड़ी का नाम सामने आने के बाद फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने नए सिरे से गैंगस्टर को तलाशने की कवायद शुरू कर दी है।