आगरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां एक तरफ शिक्षा के स्तर को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तमाम योजनाएं एवं कड़े नियम लागू कर चुके हैं। उसके बावजूद कुछ प्राइवेट इंटर कॉलेज बच्चों के अभिभावकों को तरह तरह से लूटने में और अवैध वसूली करने में लगे हुए हैं।
ऐसा ही एक मामला थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के श्रीनगर स्थित जॉन्स मैरी इंटर कॉलेज का सामने आया है जिसमें स्कूल संचालिका एवं प्रिंसिपल प्रभा खंडेलवाल का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे एक छात्रा के अभिभावक से टीसी देने के नाम पर अवैध वसूली करती नजर आ रही है।
दरअसल एक छात्रा जिसने जॉन्स मैरी इंटर कॉलेज से अपना पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद दूसरे कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए कॉलेज प्रशासन से टीसी की मांग की तो कॉलेज प्रशासन ने छात्रा से 450 रुपए मांगे। छात्रा ने कॉलेज प्रिंसिपल द्वारा टीसी के लिए पैसे मांगने की बात जब अपने अभिभावकों को बताई तो छात्रा के अभिभावक ने तुरंत ही आगरा डीआईओएस को फोन लगा कर जानकारी ली कि क्या कोई ऐसा नियम है जिसमें स्कूल से टीसी वापस लेने पर पैसा देना पड़ता हो लेकिन डीआईओएस ने तत्काल ही ऐसा कोई भी नियम होने से मना कर दिया
अगले दिन छात्रा के अभिभावक टीसी के संबंध में प्रिंसिपल से मिले और प्रिंसिपल को डीआईओएस की उस बात का हवाला दिया कि टीसी लेते समय किसी भी तरह से पैसे लेने का कोई प्रावधान नहीं है। तुरंत ही कॉलेज प्रिंसिपल ने कहा कि डीआईओएस आपसे मना कर सकता है लेकिन वह तो हमसे पैसे लेता है। जब हमारे संस्थान के पत्रकार ने इस संबंध में डीआईओएस आगरा से बात की तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देकर बात को टाल दिया।
आज करीब इस बात को 2 महीने बीत चुके हैं लेकिन डीआईओएस की तरफ से कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। साफ हो जाता है कि कॉलेज प्रिंसिपल की वह बात जिसमें वह डीआईओएस के पैसे लेने की बात कर रही हैं वह कहीं ना कहीं यह साबित करती है कि इस खेल में और भी प्राइवेट कॉलेज टीसी के नाम पर अवैध वसूली कर रहे होंगे और आगरा का शिक्षा विभाग भी इस खेल में इसमें सम्मिलित है।
अब देखना यह होगा इस मामले में शिक्षा विभाग एवं प्राइवेट कॉलेज पर क्या कार्रवाई होती है।