आगरा। स्कूल प्रबंधक द्वारा छात्र को प्रवेश पत्र ना देने पर छात्र परीक्षा से वंचित रह गया। छात्र का आरोप है कि प्रबंधक द्वारा नकल के पैसे मांगे जा रहे थे। उसने पैसे देने से मना कर दिया तो स्कूल प्रबंधक ने उसे भगा दिया और प्रवेश पात्र भी नहीं दिया। मामला शमसाबाद के परमहंस लंबरदार इंटर कॉलेज का है।
उत्तर प्रदेश सरकार नकल विहीन परीक्षा कराने को लेकर हर तरह के प्रयास कर रही है। नकल रोकने के लिए प्रशासन द्वारा काफी हद तक सख्ती बरती जा रही है लेकिन शमसाबाद में एडमिट कार्ड ना मिलने पर परीक्षा नहीं दे पाये छात्र ने कॉलेज प्रबंधक पर नकल के नाम से रुपए मांगने का आरोप लगाया है। शमसाबाद के परमहंस लंबरदार इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट में पढ़ने वाले छात्र मोहित का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधक ने स्कूल फीस के साथ बोर्ड परीक्षा में नकल के नाम पर रुपए देने की बात कही। छात्र द्वारा रुपए नहीं देने पर उसको प्रवेश पत्र नहीं दिया गया। जिससे छात्र परीक्षा से वंचित रह गया।
इंटरमीडिएट की परीक्षा न दे पाए छात्र ने हड़बड़ी में सभी अधिकारियों को कॉल लगाएं लेकिन हर कोई अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता नजर आया। अब छात्र द्वारा कॉलेज प्रबंधक पर लगाए गए आरोपों में कितनी सच्चाई है। यह तो जांच का विषय है लेकिन परीक्षा न दे पाने से छात्र मोहित गहरे सदमे में है।