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कॉफी कैफ़े संचालक और क्षेत्रीय लोगों के बीच हुआ पथराव, लगभग 1 दर्ज़न लोग गिरफ़्तार

by admin

आगरा। थाना ताजगंज के विभव नगर स्थित बगीची बिंदा भगत में रविवार शाम को एक कॉफी कैफे को लेकर कॉफी संचालक और स्थानीय लोगों के बीच विवाद हो गया। देखते ही देखते विवाद बढ़ा और दोनों ओर से पथराव हो गया। पथराव होते ही कॉफी कैफे में भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोग घायल हुए। मौके पर पहुँची पुलिस ने लगभग डेढ़ दर्जन लोगों को हिरासत में लिया और कानूनी कार्यवाही की।

घटना ताजगंज थाना क्षेत्र के बगीची बिंदा भगत की है। यहाँ पर नहर पुलिया निवासी कुर्बान ने घर में तीन साल पहले स्पा सेंटर खोला था। मगर पुलिस ने स्पा सेंटरों के खिलाफ अभियान चलाया था। इस पर कुर्बान ने स्पा बंद कर दिया, बाद में कॉफी कैफे खोल लिया। लोगों का आरोप है कि इस कैफे में युवक और युवतियां आते हैं लेकिन उनके परिधान ऐसे होते है जिससे मोहल्ले के लोगों को अच्छा नहीं लगता और उसका असर परिवार के लोगों को पड़ रहा है।

मोहल्ले के युवक ने पुलिस को बताया कि बीती शाम कैफे में युवतियां और युवक आए थे। युवतियों के कपड़े ठीक नहीं थे। उन्होंने युवतियों को टोका। यह सुनकर कैफे संचालक कुर्बान आ गया। कहासुनी के बाद वह कैफे बंद कर छत पर चला गया। अपने भाइयों के साथ मोहल्ले के लोगों पर पथराव किया। इसमें शाहिद, इम्तियाज, बबलू सहित चार लोग घायल हो गए। लोगों ने भी कैफे पर पथराव कर दिया। इससे शीशे टूट गए। मोहल्ले में अफरातफरी मच गई, आसपास रास्ता भी रुक गया। 

स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले यहाँ स्पा सेंटर था। स्पा सेंटर से बहुत परेशान थे। रात में 12 बजे तक तो कभी 2 बजे तक जाने कहां कहां से लड़के और लड़कियां आते थे। अब इसका नाम कॉफी कैफे का दिया है लेकिन उसकी आड़ में पता नहीं क्या क्या-क्या काम होते हैं।
 
सूचना पर सीओ सदर महेश कुमार थाना ताजगंज की फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस ने दोनों गुटों के 16 आरोपियों को पकड़ लिया। सीओ ने बताया कि दोनों ओर से आठ-आठ लोगों को पकड़ा है। पुलिस की ओर से ही मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। इसमें बलवा, लॉकडाउन उल्लंघन, सात सीएलए एक्ट भी लगाया जाएगा। 

कॉफी कैफे संचालक कुर्बान ने पुलिस को बताया कि मोहल्ले के दो परिवार उसका विरोध करते हैं। पहले भी स्पा का विरोध करते थे। अब यह कहते हैं युवक-युवतियां कपड़े ठीक से पहनकर नहीं आते हैं। कैफे में किसी को किस तरह के कपड़े पहनकर आना चाहिए, यह कैसे नियम बनाया जा सकता है।

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