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फतेहाबाद विधानसभा में सपा ने बदला प्रत्याशी, इस बाहुबली की बेटी को दी टिकट

by admin
SP changed candidate in Fatehabad assembly, gave ticket to this Bahubali's daughter

आगरा। चुनावी समर में चुनावी राजनीति का गठजोड़ अभी भी जारी है। बेहतर प्रत्याशी को लड़ा जाए इसके लिए प्रत्याशियों को बदलने की भी प्रक्रिया अभी थमी नहीं है। आगरा में सपा ने फतेहाबाद विधानसभा सीट पर अपना प्रत्याशी बदल दिया है। पार्टी ने फतेहाबाद सीट पर पहले राजेश शर्मा को टिकट दिया था मगर तीन दिन बाद ही उनकी जगह अब रूपाली दीक्षित ने ले ली है और उन्हें सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया गया है। रूपाली दीक्षित बाहुबली अशोक दीक्षित की बेटी हैं।

राजनीतिक दल जिस प्रत्याशी को बदल रहे हैं उसमें सिर्फ एक ही कारण बताया जा रहा है कि प्रत्याशी कमजोर था। राजेश शर्मा के फतेहाबाद से टिकट काटे जाने के पीछे भी यही तर्क सपा की ओर से दिया जा रहा है। इस सीट पर अशोक दीक्षित की बेटी रूपाली दीक्षित भी दावेदारी कर रही थी। ऐसे में पार्टी की ओर से राजेश शर्मा की जगह पर रूपाली के नाम पर मुहर लगा दी गई। सपा महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार ने बताया कि पार्टी की ओर से बदलाव करते हुए फतेहाबाद सीट पर रूपाली दीक्षित का नाम तय किया गया है।

भाजपा के छोटे लाल से होगी टक्कर

फतेहाबाद विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी छोटेलाल वर्मा मैदान में हैं। 2007 में फतेहाबाद से अशोक दीक्षित ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। तब वह दूसरे नंबर पर रहे थे। अब उनकी बेटी रूपाली चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में दोनों के बीच टक्कर देखी जा रही है। पिछले दिनों छोटेलाल ने अशोक दीक्षित के खिलाफ विवादित बयान भी दिया था। तब भी मामला चर्चा में आया था।

रूपाली दीक्षित बाहुबली अशोक दीक्षित की बेटी है। अशोक दीक्षित पर कई मुकदमे दर्ज हैं। वर्तमान में वो बरेली जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। वर्ष 2007 में फिरोजाबाद के पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण यादव के भाई सुमन यादव की गोली मारकर हत्या के मामले में 11 जुलाई 2015 को न्यायालय ने अशोक दीक्षित और अन्य आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

रूपाली दीक्षित ने 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रयास किया था और उन्होंने इसके लिए कई राजनीतिक दलों से भी संपर्क साधा था। बसपा से टिकट न मिलने पर उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था लेकिन भाजपा ने भी उन्हें अपना उम्मीदवार नहीं बनाया था। इस सीट से जितेंद्र वर्मा को प्रत्याशी बनाया था और जितेंद्र वर्मा ने इस सीट पर विजय भी हासिल की थी।

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