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यूपी टीईटी परीक्षा में सॉल्वर गैंग का जाल, आगरा पुलिस ने ख़ुलासा करते हुए 7 सॉल्वर किये गिरफ्तार

by admin

आगरा। बुधवार को सम्पन्न हुई यूपी टीईटी परीक्षा भी सॉल्वर गैंग के निशाने पर रही। आगरा पुलिस ने शहर में सॉल्वर गैंग के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनमें से कुछ सॉल्वर गैंग के सक्रिय सदस्य है तो कुछ अभ्यर्थी बनकर दूसरे परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे।

बताया जाता है कि सॉल्वर गैंग ने दो से तीन लाख में परीक्षा पास कराने के लिए ठेका लिया था। पुलिस ने पहले एक सॉल्वर को पकड़ा और उससे पूछताछ के बाद से 6 अन्य सदस्य भी पकड़े गए। पुलिस ने आशंका जताई है कि आसपास के जिलों में भी सॉल्वर बैठाए गए हैं। इस पूरे मामले की जानकारी एसपी सिटी रोहन बोत्रे ने दी।

एसपी सिटी रोहन बोत्रे ने बताया कि टीईटी परीक्षा के मद्देनजर एसएसपी बबलू कुमार ने सर्विलांस सेल और क्राइम ब्रांच को सक्रिय किया था। सूचना मिली थी कि रकाबगंज खालसा इंटर कॉलेज में रवि रंजन नामक युवक यतेंद्र के स्थान पर परीक्षा देने आया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि सादाबाद के भावेश गैंग में परीक्षा में सॉल्वर बैठाने का ठेका लिया है। रामहारी, कोमल सत्यवान और रामअवतार आगरा में ही हैं। ईदगाह बस स्टैंड के पास रुके हुए हैं। इस सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर धौलपुर निवासी रामहरी, राम अवतार, सत्यभान को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद अनिल कुमार और नीरज को भी हिरासत में लिया गया।

एसपी सिटी ने बताया कि हाथरस पुलिस को भी दो विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र व्हाट्सएप पर भेजे गए हैं। उनके स्थान पर कोई और परीक्षा दे रहे थे। वहां भी छापेमारी की गई है। गैंग के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है। एसपी सिटी का कहना है कि रामहरि और कोमल सादाबाद निवासी हैं जो भावेश गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। राम अवतार और सत्यभान अभ्यर्थियों को घेरने का काम करते हैं। अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर पहले तीन लाख का रेट बताया जाता है और उससे कम में भी सौदा कर लिया जाता है।
सॉल्वर को लगभग ₹50 हज़ार दिए जाते हैं परीक्षा से पहले उसे ₹20 हज़ार एडवांस और काम होने के बाद शेष रकम दी जाती है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि टीईटी परीक्षा में गिरफ्तार रविरंजन परीक्षा में यतेंद्र के स्थान पर बैठा था। वही गजेंद्र सिंह के स्थान पर अनिल कुमार परीक्षा दे रहा था। इसी तरह हीरा सिंह की जगह नीरज शर्मा परीक्षा देने आया था। कोमल सिंह अपने स्थान पर आलोक को परीक्षा में बिठाया था। आलोक पकड़े जाने से पहले परीक्षा केंद्र से फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है।

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