Home » स्कूल फ़ीस माफी के लिए सामाजिक संगठनों ने भी प्रशासन पर बनाया दबाव

स्कूल फ़ीस माफी के लिए सामाजिक संगठनों ने भी प्रशासन पर बनाया दबाव

by admin

आगरा। लॉकडाउन के तीन महीनों की स्कूल फीस माफी की मांग जोर पकड़ती जा रही है। राजनैतिक दलों के साथ अब सामाजिक संगठन भी प्राइवेट स्कूलों द्वारा दबाव देकर मांगी जा रही स्कूल फीस का विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को ऑल इण्डिया पेरेन्ट्स एसोसिएसन की आगरा इकाई ने उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षा संस्थान के साथ मिलकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के नाम उपजिलाधिकारी विनोद जोशी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से लॉकडाउन अवधि की स्कूल फीस माफ करने की मांग की गयी।

उत्तर प्रदेश पेरेन्ट्स एसोशियन के अध्यक्ष संजय शर्मा का कहना था कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में हुए लॉकडाउन से आर्थिक संकट गहरा गया है। व्यक्ति इस समय दो वक्त की रोटी जुटाने के प्रयास में है। ऐसे में लॉकडाउन अवधि के तीन महीने जिनमे पढ़ाई नहीं हुई और लोगों की आमदनी भी नहीं हुई बल्कि घर की जमा पूंजी भी खर्च हो गयी, प्राइवेट स्कूल प्रशासन द्वारा लॉक डाउन के तीन महीनों की स्कूल फीस मांगना अभिभावकों का शोषण करने जैसा है। फीस न भरने से छात्रों को भी दिक्कतें दी जा रही है। इसलिए सरकार से प्राइवेट स्कूलों की फीस माफी की मांग की जा रही है।

उत्तर प्रदेश श्रमिक शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना था कि बच्चों को बेहतर भविष्य के लिए श्रमिक व मजदूर भी प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को पड़ा रहे है। सबसे ज्यादा मार तो उन मजदूरों पर पड़ रही है। जो लॉकडाउन के कारण कोई काम नहीं कर सके और जीवन यापन में तीन महीने में जमा पूंजी भी खर्च हो गई। अब स्कूलों की फीस कैसे भरे और जीवन कैसे चलाये, क्योंकिअनलॉक होने के बाद भी मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में अगर सरकार ने कोई उचित कदम नहीं उठाया तो मजदूर वर्ग मानसिक रूप से प्रताड़ित होगा और गलत कदम उठाएगा।

इस अवसर पर पिंकी जैंन, चरन सिंह, बबिता बघेल, प्रतिम ढोमने, साकिर खान आदि मौजूद रहे।

Related Articles