आगरा। एमएसएमई कंपनियों से खरीद अनिवार्य करने के सरकार के फैसले के उलट एक बार फिर बड़ी कंपनियों को जूते के ऑर्डर देने की तैयारी है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसफ) ने 1.08 लाख जोड़ी बूट के आर्डर के लिए टेंडर निकाले हैं लेकिन इसमें वही कंपनियां हिस्सा ले सकती हैं जिनका टर्नओवर ₹25 करोड़ से ऊपर हो। इस शर्त के कारण आगरा की बूट निर्माता कंपनियां टेंडर से बाहर हो गई हैं।
बूट मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन अध्यक्ष सुनील गुप्ता और सचिव अनिल महाजन ने बताया कि सीआईएसएफ मुख्यालय 3, ब्लॉक एनजीओ कंपलेक्स दिल्ली से जो टेंडर निकला है उसमें ₹25 करोड़ सालाना टर्नओवर की शर्त जोड़ी गई है। इससे आगरा और कानपुर की कंपनियां शामिल होने से पहले ही बाहर हो गई हैं।
उन्होंने कहा कि 3 साल में आगरा की 35 से 45 कंपनियां बंद हो चुकी है। यही हाल रहा तो आगरा के बूट निर्माताओं को अपनी फैक्ट्री बंद करनी होगी। आगरा और कानपुर से जूता उद्योग समाप्त हो जाएगा। एसोसिएशन ने सीआईएसफ मुख्यालय को टेंडर से यह शर्त हटाने के लिए पत्र लिखा है।