आगरा। 7 जनवरी को आगरा में होने वाली शिव सेना की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को लेकर उत्तर प्रदेश के जिला प्रमुख ठाकुर अनिल सिंह मंगलवार को अचानक आगरा आ पहुंचे। आगरा आगमन की सूचना मिलते ही शिवसैनिक अपने नेता का स्वागत करने के लिए यमुना एक्सप्रेस पर पहुंच गए जहां पर शिव सैनिकों ने अपने नेता का जोरदार स्वागत किया। उसके बाद उन्हें शिवसेना केजिला कार्यालय लाया गया।
कार्यालय पर उत्तर प्रदेश शिवसेना के जिला प्रमुख ने 7 तारीख को होने वाली राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक की तैयारियों की समीक्षा की और जिस स्थान पर यह बैठक संपन्न होनी है उसका भी जायजा लिया। बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश शिवसेना प्रमुख ने कार्यकर्ताओं को बैठक सम्बंधित जिम्मेदारी भी सौंपी। साथ ही सभी को अनुशासन में रहने की हिदायत दी।
शिवसेना ने आगामी लोकसभा सभा में पूरी तैयारी के साथ उतरने ने का ऐलान किया है। आगामी 7 जनवरी को सेना का राष्ट्रीय नेतृत्व आगरा में एक मंथन करने जा रहा है, जिसमें सांसद और प्रवक्ता के साथ-साथ शिवसेना के बड़े चेहरे भी शामिल होंगे। आगरा आए उत्तर प्रदेश प्रमुख ठाकुर अनिल सिंह ने बताया कि इस एक दिवसीय बैठक में अलग-अलग चरणों में तीन बैठकें होगीं जिसमें प्रदेश की 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की रूपरेखा तैयार की जाएगी। साथ ही उनका कहना था कि हिंदुत्व के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा की करनी और कथनी में बड़ा फर्क है। यही कारण है कि हमार गठजोड़ होने के बाद भी हमने हमेशा उनकी गलत नीतियों का विरोध किया है।
इतना ही नहीं शिवसेना के उत्तर प्रदेश प्रमुख का कह रहा था कि बाबरी मस्जिद को लेकर जब भाजपा ने अपने हाथ खड़े कर दिए थे। तब भी बाला साहब ठाकरे ने बाबरी मस्जिद विध्वंस की पूरी जिम्मेदारी खुद पर ली थी। जबकि भाजपा मंदिर बनाने का दावा तो करती है लेकिन आज तक मंदिर नहीं बना पाई। अगर 2018 तक भाजपा ने मंदिर निर्माण की तारीख का ऐलान नहीं किया तो 2019 में शिवसेना मंदिर निर्माण की तारीख का ऐलान कर देगी।
शिव सेना के लिए आगामी लोकसभा चुनाव की राह आसान नहीं होगी। एक तो उत्तर प्रदेश में कमजोर संगठन, दूसरा महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों पर होने वाले जुल्म भी शिवसेना की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।