आगरा। कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से जो जनता कर्फ्यू की अपील की थी, उस अपील का असर रविवार को शहर में पूरी तरह से देखने को मिला। शहर में सभी तरह के बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ था। जिस ओर नजर डालो उधर ही दुकानों के शटर गिरे हुए थे। सड़कों पर भी चहल-पहल काफी कम थी। कुछ ही लोग सड़कों पर नजर आ रहे थे लेकिन जो लोग सड़कों पर थे उनसे भी पुलिस व प्रबुद्ध लोग उन लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहे थे।
शहर की सड़कों पर भले ही सन्नाटे हो सभी तरह के बाजार और दुकानें बंद हो लेकिन इस बीच हॉस्पिटल और मेडिकल की दुकाने खुली हुई थी जिससे अगर किसी को आकस्मिक उपचार और दैनिक दवाइयों की जरूरत हो सके तो उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत ना हो। इस दौरान जब लोगों से वार्ता हुई तो उनका कहना था कि कोरोना वायरस एक संक्रमित बीमारी है जो लोगों के एक दूसरे के संपर्क में आने से तेजी के साथ फैल रही है। ऐसे में सावधानी और सतर्कता ही एकमात्र बचाव है। इसीलिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से खुद ही जनता कर्फ्यू को सार्थक बनाने की अपील की और घरों में रहने की बात कही थी जिससे संक्रमण रोग कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। आज उन्हीं की अपील का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है क्योंकि यह बीमारी महामारी का रूप ले चुकी है। अगर सतर्कता नहीं बरती तो अपने ही परिवार को खतरा उत्पन्न हो सकता है।
शहर के कुछ मार्गों पर मेडिकल की दुकानें खुली थी। जब उन दुकानदारों से वार्ता हुई तो उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवश्यक होने पर ही लोगों से घर से बाहर निकलने की अपील की है। ऐसे में हॉस्पिटल और मेडिकल की दुकानें जरूर खुली हुई है जिससे अगर किसी को आकस्मिक रूप से उपचार की जरूरत पड़ सके तो उनकी मदद की जा सके।
जनता कर्फ्यू को लेकर घरों में बैठे लोगों से वार्ता हुई तो उनका कहना था कि आज पूरे परिवार के साथ वह घर में बैठे हुए हैं पहली बार ऐसा हो रहा है कि किसी प्रधानमंत्री की अपील पर आम व्यक्ति स्वेच्छा से ही छुट्टी वाले दिन घरों में बैठा हो। फिलहाल कोरोना से निपटने के लिए यह भी एक अच्छा कदम है जिसकी हम सराहना करते हैं। आज पूरे परिवार के साथ टेलीविजन व अन्य कार्यों में शामिल होकर समय बिताया जा रहा है।