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रेलवे अंडर पाथ की मांग को लेकर क्षेत्रीय विकास समिति का धरना, एहतियातन RPF-GRP हुई तैनात

by admin
RPF-GRP deployed as a precautionary measure against the demand of railway under path, regional development committee

Agra. आगरा छावनी विधानसभा के नगला पुलिया शिव नगर पर रेलवे अंडर पाथ की मांग को लेकर क्षेत्रीय विकास समिति का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। दूसरे दिन का धरना 2 घंटे ही शांति पूर्वक चढ़ा और फिर उसके बाद आंदोलन उग्रता में बदलता चला गया। क्षेत्रीय विकास समिति के पदाधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए यज्ञ व हवन किया और उसमें आहुति भी डाली।

यज्ञ व हवन कर जताया अपना आक्रोश

धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन समिति के पदाधिकारी और क्षेत्रीय लोग इस धरने में शामिल हुए। लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से जनप्रतिनिधियों के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए यज्ञ व हवन किया। इस यज्ञ व हवन में क्षेत्रीय लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। सभी ने हवन करते हुए यज्ञ में आहुति डाली और जनप्रतिनिधियों व स्थानीय अधिकारियों के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया।

अंडर पाथ नहीं तो वोट नहीं

यज्ञ व हवन के साथ ही क्षेत्रीय विकास समिति के पदाधिकारियों ने धरना स्थल पर ही ‘अंडर पाथ नहीं तो वोट नहीं’ का होर्डिंग और बैनर लगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को चेतावनी दी कि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो इस क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति वोट नहीं डालेगा।

रेलवे ट्रैक से गुजरना पड़ता

क्षेत्रीय विकास समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि नगला पुलिया पर एक रेलवे ट्रैक के नीचे पुलिया बनी थी लेकिन अब उसे भी बंद कर दिया है। जिसके चलते अब रेलवे ट्रैक के दोनों ओर बसी बस्तियों को रेलवे ट्रैक पार करके जाना पड़ता है जिससे जान का खतरा बना रहता है इसीलिए क्षेत्रीय लोग नगला पुलिया पर अंडरपाथ बनाए जाने की गुहार लगा रहे हैं।

6 वर्षों से हो रही है अनदेखी

क्षेत्रीय विकास समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि नगला पुलिया पर अंडरपास की मांग 6 वर्ष पहले शुरू हुई थी। उस समय तत्कालीन सांसद रामशंकर कठेरिया ने भी पुरजोर तरीके से उनकी इस मांग को उठाया था और स्थानीय प्रशासन व दिल्ली भाग्य सामने रखा था लेकिन यह मामला पिछले कई वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। 6 वर्षों में भी इस मांग पर कोई ध्यान ना दिए जाने से नाराज होकर लोगों ने अपनी इस मांग की पूर्ति के लिए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।

दो दर्जन से अधिक मोहल्ले प्रभावित

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे क्षेत्रीय विकास समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि रेलवे ट्रैक के दोनों ओर लगभग 2 दर्जन से अधिक ऐसे मोहल्ले हैं जिनमें लगभग 10 से 12 लाख की आबादी नगला पुलिया पर अंडरपास न होने से प्रभावित होती है। रेलवे लाइन के दूसरी तरफ जाने के लिए लोगों को लगभग 3 से 4 किलोमीटर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। ऐसे में अगर किसी मरीज को ले जाना हो तो उसके साथ किसी भी तरह की अनहोनी होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

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