Agra. रेलवे ट्रैक पर टिकटोक की तरह सोशल मीडिया के लिए रील वीडियो बना रहे युवकों ने एक नहीं बल्कि 2 ट्रेनों पर पथराव कर दिया। ट्रेन पर अचानक से हुए पथराव से यात्रियों में दहशत फैल गई। इस पथराव के दौरान इंजन और AC कोच के शीशे टूट गए हैं। घटना की जानकारी रेलवे के अधिकारियों को दी गई और फिर मामला आरपीएफ तक पहुँचा तो आरपीएफ हरकत में आई। सूचना के अनुसार आरपीएफ मौके पर पहुँची और 10 किशोर लड़कों को हिरासत में लिया है। इसमें पथराव करने वाले 3 लड़के थे जिनके खिलाफ कार्रवाई की गयी।
आरपीएफ से मिली जानकारी के अनुसार राजा मंडी स्टेशन से रुनकता के बीच थाना जगदीश पुरा क्षेत्र के सिकंदरा पुल के पास रेलवे ट्रैक पर शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे कुछ नाबालिग लड़के सोशल मीडिया के लिए वीडियो शूट कर रहे थे। इसी बीच वीडियो बनाते समय उनमें से कुछ लड़कों ने दिल्ली की तरफ जा रही ट्रेन संख्या 06527 कर्नाटक एक्सप्रेस और ट्रेन संख्या 02155 शान-ए-भोपाल पर पथराव कर दिया। पथराव में कर्नाटक एक्सप्रेस के इंजन और शान-ए-भोपाल के इंजन और एसी कोच के शीशे टूट गए। अचानक हुए पथराव से ट्रेन में बैठे यात्री सहम गए। लोको पायलट ने घटना की जानकारी तत्काल कंट्रोल रूम को दी। वहीं, शान-ए-भोपाल में चल रहे स्क्वायड ने भी आरपीएफ को ट्रेनों पर पथराव होने के बारे में सूचित किया।
दो ट्रेनों पर पथराव की सूचना से रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आरपीएफ को कार्रवाई के आदेश दिए गए। सूचना मिलते ही आगरा कैंट इंस्पेक्टर हरकत में आई और आगरा कैंट आरपीएफ के साथ राजा मंडी आरपीएफ को साथ लेकर लोको पायलट से मिली सूचना पर पहुंच गए।
आरपीएफ कैंट थाना प्रभारी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि मौके पर पहुँचकर पूछताछ की गयी। आसपास लोगों से पूछताछ कर ही रहे थे कि इसी दौरान रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी के पास से 4 किशोर आते दिखाई दिए। उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उनके अन्य साथियों ने ट्रेन पर पत्थर फेंके थे। आरपीएफ ने इन किशोरों द्वारा बताए गए अन्य किशोरों को हिरासत में लिया और उन्हें आगरा कैंट ले आई।
आरपीएस कैंट थाना प्रभारी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि 10 लड़कों से जब पूछताछ की जा रही थी तो उनमें से तीन किशोरों ने बताया कि वह सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने के लिए टिक टॉक की तरह वीडियो बना रहे थे, तभी अचानक से ट्रेन आई और उन्होंने बिना किसी वजह के ही ट्रेन पर पत्थर फेंक दिए थे।
आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि तीनों नाबालिग किशोरों के पास मोबाइल मिला है और इस मोबाइल में रेलवे ट्रैक पर बनाई गई वीडियो भी मौजूद है। इन वीडियो को आधार बनाते हुए और लोको पायलट की शिकायत पर पत्थर फेंकने वाले तीनों आरोपी के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रह है। बाकी के 7 किशोरों को हिदायत देकर उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। सभी आवास विकास सेक्टर 11 के रहने वाले हैं।
आरपीएफ कैंट इंस्पेक्टर सुरेश चौधरी ने बताया कि ट्रेन पर पथराव करने पर रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई होती है। अगर पथराव में ट्रेन में क्षति हुई है और कोई यात्री घायल हुआ है तो रेलवे एक्ट की धारा 153 के तहत कार्रवाई होगी। इस धारा के अंतर्गत 5 साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। अगर पथराव में केवल रेलवे को नुकसान हुआ तो धारा 154 के तहत कार्रवाई होगी। इसमें एक साल तक की सजा नुकसान की भरपाई व 2000 रुपए जुर्माने का प्रावधान है।