Home » शिशु एवं मातृ पोषण स्तर में सुधार के लिए विचार ग़ोष्ठी का आयोजन, विभागीय योजनाओं का होगा प्रचार

शिशु एवं मातृ पोषण स्तर में सुधार के लिए विचार ग़ोष्ठी का आयोजन, विभागीय योजनाओं का होगा प्रचार

by admin

आगरा। आईसीडीएस से संचालित योजनाओं के प्रचार और प्रसार के लिए खंदौली और एत्मादपुर में एक दिवसीय ब्लाक स्तरीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। दोनों स्थानों पर गोष्ठी में जिला कार्यक्रम साहब यादव ने फीता काटकर और दीप जलाकर शुभारंभ किया। वहीं एसडीएम और जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा ब्लाक स्तरीय गोष्ठी और प्रदर्शनी का दीप जलाकर उद्घाटन किया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान, एएनएम, आशा, समुदाय के लोगों ने प्रतिभाग किया। ग़ोष्ठी में गांवों में जाकर लोगों को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के बारे में लोगों को बताने पर जोर दिया गया।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा साग, सब्जी और पुष्टाहार युक्त भोज्य पदार्थों का प्रदर्शन भी किया गया। ब्लाक खंदौली में अभिषेक शर्मा की पत्नी प्रीति शर्मा और राजकुमार की पत्नी विमलेश की गोद भराई कार्यक्रम हुआ।

इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार मातृ एवं बाल पोषण स्तर में सुधार व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए कटिबद्ध है। नेशनल फैमिली सर्वे के आंकड़े के अनुसार देश का हर चौथा बच्चा कुपोषित व लगभग हर दूसरी किशोरी, गर्भवती महिला एनीमिया से ग्रस्त है। इस प्रकार कुपोषित की व्यापकता व कुपोषण के विभिन्न कारणों के सभी टीके न लग पाना, समय पर जांच न होना, अस्वच्छता, स्वच्छ पेयजल का अभाव, अपर्याप्त खाद्यान्न, बेरोजगारी, गलत व्यवहार, जानकारी का अभाव आदि को देखते हुए राज्य सरकार ने अम्ब्रेला आईसीडीएस के तहत विभिन्न विभागों के माध्य प्रभावी समन्वय व कन्वर्जेंस बनाने के निर्देश दिए हैं। 

बाल विकास परियोजना अधिकारी राजेंद्र कुमार ने बताया कि स्वस्थ्य एवं पोषित किशोरी, सही आयु में विवाह व बच्चों के बीच अंतर रखने से जच्चा-बच्चा दोनों पोषित व स्वास्थ्य रहते हैं। किशोरावस्था दस से 19 साल के बीच की अवस्था है। किशोरावस्था में शारीरिक विकास तेजी से होता है जिसके कारण किशेरियों को अत्याधिक पोषण की जरूरत है। 

जिला बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता जैन ने कहा कि गांव में जाकर लोगों को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताएं, ताकि मां और बच्चा भी स्वस्थ रहें। पानी से बहुत सी बीमारी होती है, इससे बचने के लिए लोग जो पानी पीते हैं, उससे बहुत सारे विटामिन हमारे शरीर में नहीं पहुंच पाते हैं। जिसके कारण दूसरी बीमारियां होने लगती हैं। स्वच्छ पानी पीने के लिए पानी को उबालकर ठंडा करके पीना चाहिए।

प्रभारी सुनीता जैन ने कहा कि नवजात को जन्म के पहले घंटे में मां का पीला गाढ़ा दूध अवश्य पिलाना चाहिए, क्योंकि वह उसकी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इस दूध में विटामिन और मिनरल होते हैं। नवजात शिशु को छह माह तक केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए। यह दूध शिशु को कई जानलेवा बीमारियों से भी बचाता है। 

इसी कड़ी में एत्मादपुर में बाल विकास परियोजना अधिकारी अम्बुज यादव ने योजना के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर ग्राम प्रधान लखनामई तेजवीर सिंह, कृष्णवीर सिंह समेत एएनएम और आशाओं ने हिस्सा लिया। 

कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी अंबुज यादव द्वारा आईसीडीएस विभाग द्वारा हर महीने होने वाले कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला गया। सहायक विकास अधिकारी पंचायत भूपेंद्र त्रिपाठी, मुख्य सेविका रीना, अंजु सिंह, मंजू सिंह आदि उपस्थित रहे।

Related Articles