आगरा। शिक्षक न कभी कमजोर हो सकता है और न ही गरीब। शिक्षक के अन्दर प्रलय और निर्माण दोनों की क्षमता होती है। मुख्यवक्ता डॉ. मुनीश्वर गुप्ता ने पाटलीपुत्र के शासक धनानंद व चाणक्य के मध्य वार्ता का उदाहरण देते हुए यह बात होटल एसआर पैलेस में रोटरी क्लब ऑफ आगरा नीओ द्वारा शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित नेशन बिल्डर अवार्ड में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही। इस अवसर पर विभिन्न विषयों के 25 शिक्षकों को स्मृति चिन्ह, माल्यार्पण एवम शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ आईएमए अध्यक्ष डा मुकेश गोयल, डॉ. मुनीश्वर, डॉ. अशोक दौनेरिया, यतेश सिंह, एसके सिंह, अरुण सिंह, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. पंकज नगायच, मनोज बजाज ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
मुख्य वक्ता डॉ. मुनीश्वर गुप्ता ने कहा कि आजादी के बाद ऐसी क्या बाद हुई की शिक्षा में गिरावट आ गई। शिक्षा में व्यवसायिकरण बढ़ गया। कोई सरकारी नौकरी का व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता सिवाय शिक्षक के। इसका परिणाम शायद यह हुआ कि स्कूलों में राजनीतिक वातावरण के कारण शायद चीजें गड़बड़ा गईं। हमें यह मंथन करते रहना चाहे चीजें और कैसे बेहतर हों।
आईएमए अध्यक्ष डॉ. मुकेश गोयल ने कहा कि देश की जड़ एक शिक्षक होता है, जिनका सम्मान करना शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए जरूरी है।
डॉ. पंकज नगायच ने कहा कि गुरु शिष्य परम्परा आदि अनादि काल से भारतीय समाज की नींव रही है। गुरु सिखाते गए, शिष्य सीखते गए और निर्माण होता गया। कहा गांडीव हर योद्धा के हाथ में होता है, परन्तु प्रत्यंचा चढ़ाना सिखाकर उसे अर्जुन एक गुरु ही बनाता है। वीर चंद्रगुप्त भी रिपुदमन तब हुए जब आचार्य चाणाक्य की नीति उनकी भुजाओं में शक्ति बन भड़कने लगी
संचालन डॉ. पूजा नगायच, गरिमा सिंह, डॉ. संजना अरोरा, नेहा, अनुपमा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. संजना अरोरा, अनिल, डॉ.प्रीति पाठक, डॉ.अजय अरोरा, डॉ.अभिनव चतुर्वेदी, डॉ. अरुण सिंह, पवित्र, मुकेश आदि उपस्थित थे।
इन शिक्षकों का हुआ सम्मान
डॉ. अरुण चतुर्वेदी (सेवानिवृत्त प्रो.), प्रो. डॉ. यू एन गुप्ता, प्रो. डॉ. रितु गुप्ता, प्रो. डॉ. शैफाली मजूमदार व प्रो. डॉ. सुरेन्द्र पाठक सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, आगरा से, बृजेश पाराशर, सुनित कुमार दुबे (सेवानिवृत्त) बाल मुकुंद राम चंद्र बाजारी सरस्वती विद्या मंदिर से, महेश कुमार व गयाप्रसाद महाकवि सूरदास दृष्टिबद्ध दिव्यांग विद्यालय से, रीतिका सोनी व शिप्रा सक्सेना टीयर्स संस्था से, प्रेरणा लायल व रेणु दास क्वीन विक्टोरिया इंग्लिश मीडियम स्कूल से, मोनिका हजेला व गुरप्रीत कौर सेंट कॉनरेड इंटर कॉलेज से, प्रशांत पाठक व डॉ. अमित कुमार सिंह एम.डी. जैन इंटर कॉलेज से, रचना श्रीवास्तव मॉडर्न पब्लिक स्कूल से, राजीव कुमार शर्मा के.वी. ओ.ई.एफ, हजरतपुर, फिरोजाबाद, डॉ. अमित नेल्सन सिंह सेंट जॉन्स कॉलेज से, मनीष कुशवाह व विनीत कुमार सक्सेना प्राथमिक विद्यालय, बाह, रश्मि खन्ना श्री केदारनाथ सेकसरिया गर्ल्स इंटर कॉलेज से, जेनिफर नेल्सन सिंह सेंट पीटर्स कॉलेज से
तथा रितिका यादव सेंट मार्क्स पब्लिक स्कूल से