आगरा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल के सामने गंभीर चुनौती खड़ी हुई है। रालोद आगरा की जिलाध्यक्ष पर टिकट के बदले पैसे मांगने के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। ऑडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय लोकदल ने आगरा के जिलाध्यक्ष कुसुम चाहर को पद से हटा दिया है। नरेंद्र बघेल को आगरा राष्ट्रीय लोकदल का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। तत्कालीन जिलाध्यक्ष द्वारा टिकट के बदले पैसे मांगने के ऑडियो को लेकर चारों तरफ चर्चाएं हैं।
विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामांकन प्रक्रिया के बीच राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) में बड़ी उठा पटक हुई है। सोशल मीडिया पर टिकट के लिए लेन देन का एक आडियो वायरल होने के मामले में पार्टी ने जिलाध्यक्ष कुसुम चाहर को पदमुक्त कर दिया है। उनके स्थान पर पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेंद्र बघेल को कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। इधर, कुसुम चाहर ने आडियो को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को नकारा है। उनका कहना है कि फर्जी तरीके से उनकी आवाज तैयार कर आडियो वायरल किया गया है। आरोप निराधार हैं। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर का कहना है कि ग्रामीण विधानसभा सीट पर टिकट के लिए लेनदेन की बातचीत का एक कथित आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। दावा किया जा रहा है कि यह आडियो टिकट की दावेदारी कर रहे पूर्व विधायक कालीचरन सुमन और जिलाध्यक्ष कुसुम चाहर के बीच बातचीत का है। इसमें टिकट के लिए सौदेबाजी की जा रही है।
जांच के लिए बनेगी कमेटी
प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद पार्टी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। फिलहाल जिलाध्यक्ष कुसुम चाहर को पदमुक्त कर दिया गया है। उनके स्थान पर पार्टी के ब्रजक्षेत्र अध्यक्ष जगपाल सिंह ने वरिष्ठ नेता नरेंद्र बघेल को कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए जल्द ही एक कमेटी गठित की जाएगी।