आगरा। ट्रक ड्राइवर की हत्या के बाद ट्रक की लूटपाट मामले में पुलिस को सफलता मिल गई है। 23 अक्टूबर की रात को खंदौली थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति का शव मिला था। जांच पड़ताल में मृतक की शिनाख्त ट्रक ड्राइवर के रूप में हुई थी। इस मामले में थाना खंदौली में हत्या, हत्या के साक्ष्य मिटाने और लूट का मुकदमा भी दर्ज हुआ था। एसएसपी आगरा बबलू कुमार के दिशा निर्देश पर थाना खंदौली पुलिस केस वर्कआउट करने में लगी थी। जहां खंदौली पुलिस और एसएसपी आगरा की सर्विलांस टीम को बीती रात सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस घटनाक्रम में तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 3 साथी अभी फरार चल रहे हैं। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें दबिश दे रही है।
गुड़गांव से एक ट्रक रांची के लिए चला था। जिस ट्रक में कुछ कार्टून मौजूद थे और इन कार्टून में ब्रांडेड जूते और ब्रांडेड कपड़े मौजूद थे। बताया जाता है कि यह हत्यारोपी इस ट्रक में जनपद मथुरा से सवारी बनकर बैठे थे। जिन्होंने जनपद फिरोजाबाद के टूंडला इलाके में ड्राइवर की साफी से गला घोट कर हत्या कर दी और खंदौली थाना क्षेत्र में शव को फेंक दिया गया। उसके बाद ट्रक को हाथरस में ठिकाने लगा दिया गया था। केस वर्कआउट के दौरान पुलिस ने जनपद मथुरा के मनोज और जलवीर जबकि जनपद फिरोजाबाद के योगेंद्र को हिरासत में ले लिया है। उनके 3 साथी जनपद मथुरा के भूरा और बंटी और हाथरस का सत्यभान फरार चल रहा है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो तमंचे और ट्रक से लूटे गए 90% माल की बरामदगी भी कर ली है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्यारोपी रोज नए जूते और नए कपड़े पहनते थे और बाकी कुछ माल को बेच दिया गया था जिसे बरामद कर लिया गया है । आरोपियों के जेल जाने के बाद पुलिस को संभावना है कि ट्रक ड्राइवरों के साथ लूट और हत्या जैसे गंभीर घटनाओं में कमी आएगी।