Agra. क्रिकेट के मैदान में क्रिकेट खिलाड़ी चौका छक्का लगा रहे हैं तो वहीं आईपीएल के शुरू होते ही सट्टेबाजों ने भी सट्टेबाजी के चौका छक्का लगाना शुरू कर दिया। आगरा पुलिस को सट्टेबाजी की सूचना मिली तो आगरा पुलिस ने इन सट्टेबाजों के ही छक्के छुड़ा दिए। आगरा पुलिस ने आईपीएल में सट्टेबाजी चला रहे दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से मोबाइल फोन लैपटॉप व अन्य वस्तुएं बरामद की। एसीपी सदर अर्चना सिंह ने प्रेस वार्ता कर इस मामले की जानकारी दी।
मामला ताजगंज थाना क्षेत्र के बरौली अहीर से जुड़ा हुआ है। सट्टेबाजों पर नकेल कसने के मिले निर्देशों के बाद एसओजी और थाना पुलिस पूरी तरह से सक्रिय हैं। एसओजी को सूचना मिली कि बरौली अहीर में एक घर से आईपीएल का ऑनलाइन सट्टा संचालित किया जा रहा है। इस पर एसओजी और ताजगंज थाना पुलिस ने उस मकान पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया। मौके से ऑनलाइन सट्टे के कारोबार को चलाने के संसाधन जैसे मोबाइल लैपटॉप बरामद किए गए। ऑनलाइन सट्टेबाजी का कारोबार दो सगे भाई अर्जुन यादव और करण यादव चला रहे थे जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है।
एसीपी अर्चना सिंह ने बताया कि सट्टेबाज भी पूरी तरह से डिजिटलाइजेशन पर उतर आए हैं। सट्टे का पूरा कारोबार ऑनलाइन चलाया जा रहा था। मौके से थाना पुलिस ने एक लैपटॉप, 11 मोबाइल फोन और ₹650 नगद बरामद किए थे। लैपटॉप और मोबाइल को जब खंगाला गया तो उसमें सट्टेबाजी की ऑनलाइन चेटिंग और ऑनलाइन पेमेंट किए जाने के सबूत मिले हैं। अर्जुन और कर्ण यादव ग्राहकों से फोन पे के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट लिया करते थे।
ऑनलाइन आईपीएल सट्टेबाजी का कारोबार करने वाले दोनों सगे भाइयों को आगरा पुलिस ने जेल भेज दिया है। एसीपी अर्चना सिंह ने बताया कि सट्टेबाजी के खिलाफ आगरा पुलिस का यह अभियान जारी रहेगा। आगरा पुलिस ने अपनी सर्विलेंस और मुखबिर तंत्र को और ज्यादा मजबूत बनाया है जिससे सट्टेबाजों की कमर तोड़ी जा सके।