आगरा। योगी सरकार ने इस बार नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए। जिसका खामियाजा अब मूल्यांकन कर रहे हैं परीक्षकों को उठाना पड़ रहा है। मूल्यांकन का आखिरी दौर चल रहा है ऐसे में नकलविहीन परीक्षा के कारण जब छात्र को सवाल का जवाब ना लिखकर उसके बदले अपनी प्रेम कहानी और गुरु के लिए अच्छे अच्छे सूक्तियां और कविताएं लिख रहे हैं और अपने को पास करने के लिए निवेदन भी कर रहे हैं।
हद तो तब हो गई जब एक छात्र ने पास करने के लिए काफी में मात्र ₹10 का सबसे छोटा नोट रखकर परीक्षक का मजाक उड़ाया। फिलहाल परीक्षक छात्रों के इन उल्टे सीधे जवाबों से परेशान हैं और इस बार बोर्ड परीक्षा के खराब रिजल्ट की भविष्यवाणी भी कर रहे हैं।
आगरा में 5 केंद्रों पर परीक्षा मूल्यांकन का कार्य चल रहा है। यह मूल्यांकन 31 मार्च तक होना है। इस बार नकल विहीन परीक्षा होने के कारण कॉपियों में सवालों के जवाब ना लिखकर छात्रों ने उल्टे सीधे जवाब लिखे हैं जिसे पढ़कर परीक्षक को हंसी भी आ रही है और उसका सिर दर्द भी हो रहा है।
एक छात्र ने अपनी प्रेम कहानी लिखकर कॉपी पर ही दिल बनाकर उसमें लिख डाला आई लव यू पूजा। छात्र ने पूजा नाम से लड़की को ना पढ़ने के लिए दोषी ठहराया है।
दूसरे छात्र ने रसायन विज्ञान एक सवाल में पूछा गया साबुनीकरण क्या होता है तो छात्र ने जवाब में लिखा जब साबुन ज्यादा झाग देता है तो उसे साबुनीकरण कहते हैं। दूसरा सवाल कि दहन क्या है लिखा है कि जब मानव शरीर को श्मशान पर जलाया जाता है तो उसे दहन कहते हैं।
तीसरे छात्र ने पास होने के लिए गुरु के सम्मान में कविताएं लिखी और पूरे पन्ने पर प्लीज प्लीज लिखकर पास करने के लिए अपील की।
एक छात्र ने तो हद ही पार कर दी। उसने लिंग सहलग्न क्रिया के बारे में पूरी अश्लीलता परोस दी। इस सवाल का जवाब कई छात्रों ने अश्लील भाषा के रूप में दिया है जिसे पढ़कर परीक्षक खूब हंसी।
इसके अलावा एक छात्र ने सवाल के जवाब में भजन लिखकर भगवान और गुरु की कृपा के बारे में वर्णन किया कि अगर दोनों की कृपा हो जाए तो आदमी का बेड़ा पार हो जाए।
UP बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों में लिखें ऐसे जवाब को पढ़कर कोई भी परीक्षक ना तो बिना हंसे रुक सकता है वहीँ महिला परीक्षक भी ऐसी कॉपियों से परेशान भी हो रही है।
कापियों में नोट निकलने का सिलसिला जारी है। आज एक महिला परीक्षक की लाटरी निकल आई जब लगातार पांच कापियों में 1300 रुपए निकले। महिला को सबसे छोटे नोट के रूप में ₹10 भी मिले जो उसे मजाक सा लग रहा था।
परीक्षकों से हुए सवाल में उन्होंने बताया कि इन सवालों के जवाब में परीक्षक पर कोई असर नहीं पड़ता बल्कि उन्हें मूल्यांकन के इस तनाव पूर्ण क्षण में आराम मिलता है। कई परीक्षक दो छात्र के इन जवाबों को दूसरों को भी पढ़ कर सुनाते हैं फिर सब मिल कर हंसते हैं।
फिलहाल इस बार परीक्षक खराब रिजल्ट का अनुमान कर रहे हैं क्योंकि ज्यादातर कॉपियों में सवालों के जवाब सही नहीं मिले जिसके कारण ज्यादातर छात्र फेल हो रहे हैं।