आगरा। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा भारतवर्ष की प्रमुख जेलों में ‘हम बदलेंगे-युग बदलेगा’ और ‘हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा’ की भावना के साथ बंदी साधना अभियान कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिससे बंदी आत्म समीक्षा और आत्म कल्याण की भावना लेकर अपना जीवन सन्मार्ग और सत्कर्म में लगा सकें।
बंदी साधना अभियान के अन्तर्गत आज जिला कारागार, आगरा में परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीरामशर्मा आचार्य जी द्वारा सम्पूर्ण जीवन पर आधारित लिखित 3200 पुस्तकों के ज्ञान ग्रन्थ में से 2100 पुस्तकों के साथ सद्ग्रन्थ साहित्य की स्थापना की गयी। जिसका उद्घाटन सिटी मजिस्ट्रेट प्रथम संजीव कुमार शाक्य एवं जेलर बी.के. गौतम ने दीप प्रज्वलित कर किया। गायत्री परिवार आगरा के वरिष्ठ परिजन विजयपाल बघेल, जयंती प्रसाद कुशवाह एवं बैजनाथ परिव्राजक के द्वारा संगीतमय भजन प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की गयी।
सिटी मजिस्ट्रेट संजीव कुमार ने बंदियों को गायत्री उपासना का महत्व समझाते हुए कहा कि ज्ञानवर्धक साहित्य स्वाध्याय से निश्चित ही आपके जीवन में परिवर्तन आएगा एवं गायत्री मंत्र की साधना से दुर्विचारों का शमन होने लगता है और व्यक्ति का जीवन श्रेष्ठ मार्ग की ओर उन्मुख होने लगता है।
जेलर वी.के. गौतम ने बंदियों को संबोधित कर युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा शुरु किये गये विचार क्रांति अभियान के विषय में विस्तृत जानकारी दी।
मध्य प्रदेश से आए प्रेम लाल कुशवाह ने बताया कि यह कार्यक्रम बंदी साधना अभियान के अन्तर्गत 91वाँ कार्यक्रम है एवं सभी बंदी भाईयों को एक बुराई छोड़ने एवं एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प कराया।
आगामी कार्यक्रम इच्छुक, शिक्षित, चयनित बन्दियों को युग पुरोहित प्रशिक्षण की प्रक्रिया शीघ्र आरम्भ की जायेगी।
कार्यक्रम संयोजक शिवांक उपाध्याय ने आगरा जिला की ओर से 1200 मंत्रलेखन पुस्तिकाऐं बंदियों को प्रदान की गयीं। मुख्य रूप से टी.एस.चाहर, रेख अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।