Agra. अबुल औलाई शेख कमेटी की ओर से ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर जुलूस-ए-मोहम्मदी का आयोजन किया गया। यह जुलूस बड़ी शान और शौकत व अकीदत के साथ टीला पाय चौकी बेगम डियोड़ी से निकाला गया। सूफी कुंदन मियां समी अगाई, सैयद इरफान अहमद सलीम के संयुक्त नेतृत्व में यह जुलूस हर वर्ष निकाला जाता है। इस जुलूस में बड़ी तादाद में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए। बेगम यूडीसी शुरू हुआ जुलूस शाही जामा मस्जिद पर जुलूस ओं के साथ शामिल हुआ।
सूफी बुंदन मियाँ ने बताया कि रसूल ए पाक मोहम्मद साहब आज ही के दिन इस दुनिया में तशरीफ़ लाए थे। इंसानियत का पैगाम पूरे आलम को उन्होंने दिया था। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की जन्मदिन की याद में ही त्योहार जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी धूमधाम के साथ मनाई जा रही है। इसको लेकर अबुल उलाई शेख कमेटी की ओर से टीला पाए चौकी से भी जुलूस निकाला गया जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे, नौजवान व बुजुर्ग शामिल हुए। लोगों ने अपने-अपने हाथों में बड़े-बड़े झंडे लिये शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण किया।
अबुल उला इससे कमेटी की ओर से निकाले गए जुलूस ए मोहम्मदी में शामिल झांकियां सभी के आकर्षण का केंद्र रही। मोहम्मद जाहिद ने बताया कि यह सभी झांकिया बुजुरगे दिन की है। इन झांकियों में ख्वाजा गरीब नवाज, रसूल-ए-पाक, और उन बुजुर्गों की दरगाह को दर्शाया है जिन्होंने सिर्फ इंसानियत की सेवा की।
अबुल उला इससे कमेटी के समी आगई का कहना था कि आज केवल ईद मिलादुन्नबी ही नहीं है बल्कि महर्षि वाल्मीकि की भी जयंती है तो वहीं दूसरी ओर काशीराम की पुण्यतिथि को भी सभी लोग श्रद्धा भाव के साथ मना रहे हैं। एक ही दिन हिंदू मुस्लिम भाइयों के त्यौहार होने से इस हिंदू मुस्लिम भाईचारे को और मजबूती मिली है साथ ही एकता को भी बल मिला है। आज हिंदू मुस्लिम भाइयों को ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में शामिल हो रहा है तो वहीं मुस्लिम समाज भी महर्षि वाल्मीकि के साथ-साथ काशीराम की पुण्यतिथि में शामिल हुए हैं। आज हर्षोल्लास के साथ मोहम्मद पैगंबर के योमे पैदाइश के दिन को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर जुलूस निकाला जा रहा है जिसमें सर्व समाज के लोग शामिल हुए हैं।