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प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को लिखा पत्र हुआ वायरल, पत्र में लगाये ये आरोप

by admin
Priyanka Gandhi coming to Mathura to address Kisan Panchayat on 19 February postponed

लखनऊ। सोशल मीडिया पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का एक पत्र तेजी के साथ वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह पत्र कांग्रेस महासचिव ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय में हुई घटना से संबंधित है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने पत्र में आरोप लगाया है कि घटना के दो महीने बीत जाने के बाद भी इस मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है। क्या इस मामले में किसी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखते हुए 16 सितम्बर को मैनपुरी में हुई एक हत्या के बारे में याद दिलाया है। प्रियंका गांधी ने लैटर में लिखा है कि सुभाष पाण्डेय की बेटी नवोदय विद्यालय में पढ़ती थी। एक दिन छात्रा स्कूल के छात्रावास में मृत अवस्था में पाई गई। शव का पंचनामा करने के दौरान छात्रा के शरीर पर चोट होने का जिक्र किया गया जबकि पोस्टमॉर्टम में किसी भी तरह की चोटों का जिक्र नहीं किया गया है।

प्रियंका गांधी का आरोप है कि छात्रा की हत्या के बाद प्रशासन ने इस मामले में कोई उचित कार्यवाही नही की बल्कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए छात्रा के परिवार वालों की गैरमौजूदगी में उसके शव को पानी में बहा दिया।

प्रियंका गांधी ने पत्र में लिखा हैं कि छात्रा के घर वाले लगातार इसे हत्या बता रहे हैं। एफआईआर में भी आरोपियों के नामों का जिक्र किया गया है। छात्रा के शरीर पर चोट के निशान होने की बात भी सामने आ चुकी है, लेकिन इसके बाद भी कोई जांच नहीं कराई गई है। प्रियंका गांधी वाड्रा के पत्र में लिखा है कि इस मामले को लेकर प्रशासन की तरफ से अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। उप्र की तमाम बेटियों की सुरक्षा और शिक्षा के लिए इस मामले में कार्रवाई होना बहुत जरूरी है।

प्रियंका ने इस मामले को लेकर ट्वीट के जरिए मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय में घटी घटना पर दुख जताया था। उन्होंने कहा था कि मैनपुरी जवाहर नवोदय विद्यालय की यह घटना बहुत ही दुखद है। हमें युवाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। नवोदय विद्यालयों में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। हमें सजग होकर इसका हल निकालना पड़ेगा।

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