1 अप्रैल 2020 से पूरे देश में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एनपीआर में पंजीकरण प्रक्रिया का अभ्यास शुरू किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक देश के प्रथम नागरिक व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संभवतः 1 अप्रैल को एनपीआर में अपना नामांकन करा सकते हैं।
एक उच्च अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी राष्ट्रपति के सदन में इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन एनपीआर को लेकर हो रहे विवाद को देखते हुए बड़े पैमाने पर देश के लोगों को मजबूत संदेश देने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है। हालांकि, राष्ट्रपति पद के लिए पहली बार होने वाला नया कुछ नहीं है।
कानून मंत्रालय भारत के रजिस्ट्रार जनरल ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि सरकार को एनपीआर के लिए निर्धारित प्रश्नों को अधिसूचित करने की आवश्यकता नहीं है। एनपीआर डेटाबेस 2010 में बनाया गया था और 2015-16 में अपडेट किया गया था।