आगरा। पिछले लगभग एक दशक से सांसद की सीट के लिए टिकट न मिलने से निराश प्रभुदयाल कठेरिया ने विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सक्रियता दिखाना शुरू कर दिया है। वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया ने अपने साथ अपने बेटे के लिए टिकट के लिए शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह राजनीति शक्ति प्रदर्शन भी एक सामाजिक कार्यक्रम में देखने को मिला। इस कार्यक्रम के दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलने से नहीं चूके।
वीरांगनाओं के सम्मान समारोह को बनाया राजनीति मंच
फतेहाबाद रोड स्थित एक रिजॉर्ट में पूर्व सैनिक सेवा संघ व पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया की ओर से शहीदों की वीरांगनाओं और पंचायत चुनाव में जीते हुए जनप्रतिनिधियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। प्रभुदयाल कठेरिया और समिति के सदस्यों ने वीरांगनाओं का सम्मान किया और फिर जीते हुए जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। जिसके बाद यह सामाजिक मंच व कार्यक्रम राजनीति अखाड़े में बदल गया।
ख़ुद बुलाकर करवाया अपना सम्मान
अतिथियों के उद्बोधन के दौरान पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने अपना सम्मान करवाने के लिए कुछ लोगों को मंच पर बुलवाया। उनके चाहने वालों ने कुछ ही मिनटों में उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया गया और फिर राजनैतिक उद्बोधन के साथ कटाक्ष का दौर शुरू हुआ। प्रभुदयाल ने वर्तमान जनप्रतिनिधियों पर कटाक्ष करने के साथ अपनी दावेदारी पेश की।
बेटे को कर दिया लांच
पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया ने सामाजिक कार्यक्रम के माध्यम से राजनीति अखाड़े में अपने बेटे को भी उतार दिया। पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने मंच से कार्यक्रम में आये समाज व भाजपा नेताओं से अपने पुत्र एडवोकेट अरुण कठेरिया को आशीर्वाद देने की बात कही तो वहीं मंच संचालक ने उनसे सम्मान समारोह में कुछ शब्द बोलने के लिए अपील की। पूर्व सांसद पुत्र ने एक कुशल राजनेता की तरह कार्यक्रम को राजनीति की ओर मोड़ा और वर्तमान भाजपा जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए भाषण दिया। इसके बाद प्रभुदयाल कठेरिया ने खुद बेटे की तारीफों के पुल बांधने के बाद सभी से अरुण को आशीर्वाद देने की अपील की और अपने लिए भी समर्थन मांगा। कार्यक्रम के दौरान हर व्यक्ति चुनाव में टिकट की दावेदारी के लिए शक्ति प्रदर्शन पर चर्चा करता दिखाई दिया।
पूर्व सांसद के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
कार्यक्रम के अंत में फिर एक बार पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया ने सभी लोगों को संबोधित करने के लिए माइक संभाला। माइक संभालते ही वह भावुक हो गए और उनका दर्द झलक गया। पिछले एक दशक से वो सांसद की टिकट की दौड़ में रहे लेकिन पार्टी बदलने के बाद भी उन्हें सांसद की टिकट नहीं मिली। प्रभु दयाल कठेरिया ने पार्टी द्वारा अनसुना करने की बात कही और शक्ति प्रदर्शन करते हुए कहा कि चाहने पर हर विधानसभा से हजारों वोट कटवाने की वो ताकत रखते है। इसके बाद उन्होंने मंच से प्रधानमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘मैं उनसे एक बात कहना चाहता हूं कि जब वो प्रधानमंत्री नहीं थे तब मैं सांसद था और अटल जी की टीम में रहता था। आज मेरी उम्र 70 वर्ष हो गयी है, मेरी सीनियरिटी का ध्यान रखना चाहिए। अपने बेटे के लिए एक विधानसभा की टिकट मांगी है और इसमें कोई नौटंकी नहीं चलेगी। टिकट देना ही पड़ेगा, हमारे हर विधानसभा में समाज के लोग और कार्यकर्ता साथ हैं।’
बिना नाम के पार्टी जनप्रतिनिधि पर साधा निशाना
पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया ने उदबोधन के दौरान बिना नाम लिए ही भाजपा पार्टी के जनप्रतिनिधि पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम वो सांसद नहीं हैं जो जरूरत पड़ने पर कार्यकर्ता को दिल्ली होने की बात कह दें और उनकी गाड़ी खंदारी पर ही खड़ी मिले। पार्टी कार्यकर्ताओं को पक्ष में लेने के लिए उन्होंने कहा कि वो कार्यकर्ता के हर सुख दु:ख में खड़े है। उन्होंने कहा कि दरोगा को कार्यकर्ता की सुननी पड़ेगी यह मेरा वादा है और हर वक्त कार्यकर्ता के साथ मैं खड़ा हुआ हूँ।
कार्यकर्ता के लिए दरवाजे खुले
पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया ने मंच से कहा कि उनके घर के दरवाजे कार्यकर्ताओं के लिए हर वक्त खुले हैं। कैसी भी परेशानी हो कार्यकर्ता 24 घंटे उनके पास आ सकता है और अपनी समस्या बता सकता है।