आगरा। दूसरों को कानून का पाठ पढ़ाने वाले खुद खाकी वर्दीधारी पुलिस वाले ही कानून के मुकदमे में फंस गए हैं। मामला शराब तस्कर से पैसे लेने का है।
दरअसल रकाबगंज थाना क्षेत्र के बालूगंज क्षेत्र में एक शराब तस्कर को एसओजी में तैनात सिपाहियों ने पकड़ कर रकाबगंज पुलिस को सौपा था। इस मामले में रकाबगंज पुलिस ने शराब तस्कर के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही कर उसे कोर्ट में पेश किया था।
जेल से छूटने के बाद शराब तस्कर को दूसरे दिन लोहामंडी थाना क्षेत्र में शराब बेचने के दौरान पकड़ा गया। पकड़े गए शराब तस्कर से पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि एसओजी पुलिस में तैनात मुन्नालाल महेश और इमामुद्दीन ने पिछली बार भी ऐसा पैसा लिया था।
इसके बाद शराब तस्कर के आरोप की जांच पुलिस अधिकारियों ने शुरू की। शराब तस्कर द्वारा लगाए गए पुलिसकर्मियों पर आरोप पुलिस अधिकारियों की जांच में साबित हुए। जांच में आरोप साबित होने पर पुलिस अधिकारियों ने एसओजी में तैनात तीनों सिपाही महेश मुन्नालाल और इमामुद्दीन को निलंबित कर दिया है।
साथ ही साथ तीनों के खिलाफ लोहामंडी थाने में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। बात इतनी होती तो भी गनीमत थी मगर पुलिस अधीक्षक नगर कुंवर अनुपम सिंह से हुई बातचीत के दौरान शराब तस्कर से हुई पूछताछ में कई अहम खुलासे भी हुए हैं।
अभी तक इस मामले में आधा दर्जन पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा लिखने की बात सामने आई है जिसमें तीन पुलिसकर्मी महेश इमामुद्दीन और मुन्नालाल है जबकि तीन अज्ञात में हैं। जिनके नाम के खुलासे के लिए पुलिस अधिकारी जांच पड़ताल कर रहे हैं। थाना लोहामंडी में दर्ज हो रहे इस मुकदमे में नामजद पुलिसकर्मियों की गर्दन पर सकती है।
साथ ही साथ पुलिस अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि जांच के बाद दर्ज हो रहे मुकदमे में पहले पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्यवाही की जा रही है और फिर उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
माना जा रहा है कि कोर्ट में पेश होने के दौरान पुलिस कर्मियों पर सजा भी हो सकती है। पुलिस अधिकारियों ने इनके द्वारा लगाए गए आरोपों के साथ भी साक्षय भी जुटा लिए हैं।