Agra. कोरोना संक्रमण के बीच जब पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ऑक्सिजन की किल्लत को दूर करने व अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगे हुए थे तो इस बीच एक परिवार अपनी नाबालिग बेटी की शादी करने करने में लगा हुआ था लेकिन इस बीच पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम मौके पर पहुँची तो सभी के होश उड़ गए। पुलिस ने युवती के बालिग होने के कागजात देखे तो बेटी नाबालिग निकली। पुलिस तुरंत उन्हें थाने ले आई। थाने पर बेटी के स्वजन बेटी के बालिग होने और शादी के लिए राजी हुए।
मामला एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के टेढ़ी बगिया भगवती नगर का हैं। एसएसपी के वाट्सएप नंबर पर नाबालिग की शादी कराने की सूचना भेजी गई। इसकी जानकारी चाइल्ड लाइन को भी दी गई। बाल विवाह को लेकर चाइल्ड लाइन और पुलिस दोनों हरकत में आए। समन्वयक ऋतु वर्मा टीम और पुलिस शादी समारोह में पहुंची। बारात अलीगढ़ से आई थी।
पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम ने लड़की के स्वजन से जानकारी की। उन्होंने दुल्हन को बालिग बताया जबकि दूल्हा के स्वजन भी उसकी उम्र 21 साल बता रहे थे। इस पर दोनों के आयु से संबंधित दस्तावेजों को चेक किये गए तो पूरा राज खुल गया। दस्तावेज के मुताबिक लड़की की उम्र 17 साल और लड़का 20 साल का निकला। दूल्हा-दुल्हन के फेरों में कानूनी पेंच फंस गया। काफी माथा-पच्ची की गई, लेकिन कानूनी पेंच से बचने का कोई रास्ता नहीं था। पुलिस दोनों को थाने ले आई। चाइल्ड लाइन की टीम ने दूल्हा और दुल्हन के परिवार को समझाया कि दोनों की शादी नहीं हो सकती है। इसके लिए दुल्हन की उम्र 18 और दूल्हे की 21 साल होनी चाहिए। दोनों की उम्र कम है। यदि उन्होंने शादी की तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। तब जाकर दोनों के परिजन माने और दोनों के बालिग होने पर शादी पूरी होने के लिए राजी हुए।
चाइल्ड लाइन समन्वयक ऋतु वर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के टेढ़ी बगिया क्षेत्र भगवती नगर में बाल विवाह हो रहा है। इस सूचना पर पुलिस के साथ मौके पर पहुँचे। अलीगढ़ से बारात आई थी। धूमधाम के साथ बारात का स्वागत हुआ और फिर वरमाला की रस्म भी पूरी हो गयी थी। खाना खाने के बाद सात फेरे लेने की तैयारी हो रही थी लेकिन फेरों से पहले ही इस बाल विवाह को रुकवा दिया गया।
चाइल्ड लाइन समन्वयक ऋतु वर्मा ने बताया कि दूल्हा और दुल्हन दोनों ही नाबालिग निकले। दस्तावेजों के हिसाब से दूल्हे की उम्र 20 साल और दुल्हन की उम्र 17 साल निकली दोनों के परिजनों को थाने पर ले जाकर समझाया गया और बताया गया कि अगर बाल विवाह कराया तो दोनों के परिवार जेल जाएंगे। इस पर परिवार वालों को बात समझ में आई तो वहीँ दूल्हे के परिवार ने तय किया कि शादी की पूरी का समय 1 साल बाद ही पूरी होगी। अब दूल्हा दुल्हन को एक होने के लिए 1 साल का इंतजार करना होगा।