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पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को नहीं मनाने दी चौधरी चरण सिंह की जयंती, लगे आरोप – ‘ये लोकतंत्र की हत्या’

by admin
Police did not allow SP workers to celebrate Chaudhary Charan Singh's birth anniversary, alleges - 'this is murder of democracy'

Agra. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसान दिवस मनाए जाने के आवाहन पर पुलिस प्रशासन ने पहले ही सपा कार्यालय व सपा नेताओं के घर पर पुलिस का पहरा खड़ा कर दिया। महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार अपने कार्यकर्ताओं के साथ सपा कार्यालय तो पहुँच गए लेकिन पार्टी कार्यालय पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की तस्वीर पर माल्यार्पण कर जैसे ही दीवानी की ओर बढ़े तो पहले से ही तैनात पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस प्रशासन की इस कार्यवाही से नाराज होकर सपाइयों ने वहीं प्रदर्शन शुरू कर दिया और पुलिस प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की।

Police did not allow SP workers to celebrate Chaudhary Charan Singh's birth anniversary, alleges - 'this is murder of democracy'

महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार ने कहा आज किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती है। सपा कार्यकर्ता उसे किसान दिवस के रूप में मना रहे हैं लेकिन पुलिस प्रशासन को यह भी अच्छा नही लग रहा है। दीवानी स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए जाने पर भी उन्हें रिक दिया गया। पुलिस ने सुबह से ही उनके घर और पार्टी कार्यालय तक तानाशाही रवैया अपनाते हुए छावनी बनाकर कार्यकर्ताओं को रोकने का काम किया। ये सरकार किसान विरोधी के साथ साथ अंग्रेजों के शासन करने की सोच रखने वाली है। आज यह सरकार गरीबों व किसानों के आवाज को दवाने पर उतारू है।

दूसरी ओर छावनी विधानसभा प्रत्याशी रही ममता टपलू को भी जयन्ती कार्यक्रम में जाने से पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया और घर में नजरबंद कर दिया। ममता टपलू सपा कार्यालय पर चौधरी चरण सिंह की जयंती समारोह कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थी। काफी विवाद होने व सपाइयों के आक्रोशित होने पर पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा।

Police did not allow SP workers to celebrate Chaudhary Charan Singh's birth anniversary, alleges - 'this is murder of democracy'

ममता टपलू का कहना था कि आज पुलिस प्रशासन ने उस व्यक्ति के जयंती समारोह में जाने से रोकने का प्रयास किया जिसने किसानों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए, किसान खुद अपना मसीहा मांनते हैं। ममता का कहना था कि पुलिस प्रशासन के इस कदम ने साफ कर दिया है कि अब लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। पुलिस प्रशासन अब सपाइयों को देश के महापुरुषों को याद और उनकी जयंती मनाने से भी रोक रही है लेकिन समाजवादी नहीं रुकेंगे। पार्टी का एक एक कार्यकर्ता जनता और किसानों के साथ हर वक्त हर समय उनकी आवाज उठाने को खड़ा हुआ है।

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