आगरा। 28 फरवरी 2018 में आगरा कॉलेज सभागार से प्रारंभ हुआ पिंक बेल्ट मिशन इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ाया है। इंटरनेशनल मोटिवेशनल स्पीकर अपर्णा राजावत द्वारा शुरू किए गए इस अभियान ने पूरे देश में महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद करने की अलग जगाई है। लाखों महिलाओं को अबला से सबला बना और जीने का अंदाज सिखाया है। बुधवार को एकलव्य स्टेडियम में शहर के अनेकों सामाजिक महिला संगठनों ने एकसाथ अपनी आवाज़ को बुलंद रख वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए अपना इतिहास रच दिया है। दरअसल पिंक बेल्ट मिशन में जुड़कर आगरा की समस्त बेटियों ने सेल्फ डिफेंस का संकल्प लिया है। इस दौरान पिंक बेल्ट मिशन की फाउंडर अर्पणा राजावत से मीडिया की बातचीत में बताया कि आज देश के अंदर हर एक महीने में सौ से ज्यादा रेप होते हैं। हर दिन में छह रेप होते हैं। हर 13 मिनट में गैंगरेप होता है। हिंदुस्तान की बेटियां सुरक्षित रहे। इसके लिए पिंक बेल्ट मिशन की फाउंडर अर्पणा राजावत ने इसकी शुरुआत की है।
पिंक बेल्ट मिशन के इस कार्यक्रम को कवरेज करने के और लाइव शूट के लिए हौलीवुड के डायरेक्टर जॉन मैक्रीट और उनके टीम भी स्वयं मौजूद रही। इस मिशन को देखकर वह प्रभावित हुए हैं। इटली और अन्य विदेशों में भी पिंक बेल्ट मिशन कि कई खबरें चली है जिसको लेकर वह इस मिशन पर एक डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म तैयार कर हैं। इसलिए वे अपनी पूरी टीम के साथ में कई दिनों तक आगरा में रुके और पिंक बेल्ट मिशन कार्यक्रम की पूरी स्थिति को जाना।
पिंक बेल्ट मिशन के फाइनल शूटिंग और कार्यक्रम के दौरान बुधवार को एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में ताजनगरी की दस हजार से ज्यादा बेटियां शामिल थी। कार्यक्रम में पिंक बेल्ट मिशन के साथ ताजनगरी आगरा की तमाम सामाजिक संस्थाएं, एसिड अटैक पीड़िताएं और शहर के प्रबुद्ध नागरिक भी मौजूद थे। पिंक बेल्ट मिशन की फाउंडर अर्पणा राजावत ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि छोटी-छोटी बच्चियों के साथ देश में हो रहे बलात्कार छेड़खानी और अन्य घटनाओं को जेहन में रखने हुए रखते हुए पिंक बेल्ट मिशन ने बच्चियों को सेल्फ डिफेंस का संकल्प दिलाने का वायदा किया है। जिसको लेकर अब तक देश की एक लाख से ज्यादा बेटियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। पिंक बेल्ट मिशन अपने इस मुकाम को देश में सबसे ज्यादा ऊंचाइयों पर पहुंचाने में कामयाब हो चुकी है।
तकरीबन आधा घंटे के इस कार्यक्रम में ताजनगरी आगरा की बेटियों ने इतिहास रच कर यह साबित कर दिया है कि अब हम अपने साथ होने वाली हर एक घटनाओं के लिए तैयार हैं, साथ ही बेटियों ने यह भी संकल्प लिया है कि अब हमें किसी की मदद की जरूरत नहीं है। पिंक बेल्ट मिशन के साथ में जुड़कर हज़ारों बेटियों ने अपनी आवाज को पूरी दुनिया में बुलंद किया।