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8 दिन से लापता है पवन, पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग, परिवार को सता रहा है ये डर

by admin

Agra. पिछले 8 दिनों से एक युवक लापता है। उसकी कोई खोज खबर भी नहीं लग रही है। युवक के अचानक से लापता हो जाने से परिवार के लोग खासा परेशान हैं। पीड़ित परिवार परेशान है। लापता युवक जहां काम करता था ना तो दुकान स्वामी उन्हें युवक की कोई सूचना दे रहा है और ना ही पुलिस अभी तक युवक का कोई सुराग लगा पाई है। पीड़ित परिवार युवक के साथ किसी तरह की अनहोनी ना हो जाए इसको लेकर डरा और सहमा हुआ है।

1 अप्रैल से गायब है युवक

यह पूरा मामला शाहगंज थाना क्षेत्र के कमाल खां का है। क्षेत्र में बनवारी लाल अपने भाइयों और पूरे परिवार के साथ यहां रहते हैं। उनका पुत्र पवन जिसकी उम्र तकरीबन 20 साल वह ईदगाह कटघर के पास स्थित मां केला देवी ट्रेवल्स पर काम करता है। 1 अप्रैल को पवन काम पर जाने की कहकर घर से निकला था लेकिन फिर घर वापस नहीं लौटा। युवक के घर न लौटने पर खोजबीन शुरू की गई लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं लगा। परिवार का कहना है कि ट्रेवल्स संचालक चंदा भी उसे ढूंढ रहा है लेकिन उसका उद्देश्य कुछ और ही है।

पैसे और लड़की ले जाने का लगा रहे हैं आरोप

युवक के अचानक से लापता हो जाने और किसी तरह का सुराग ना लगने पर पीड़ित परिवार रो-रो कर परेशान हैं। युवक के लापता होने पर ट्रेवल्स संचालक उस पर तरह-तरह के आरोप लगा रहा है। पहले कह रहा था कि वह आस-पास के लोगों के लगभग 8 से 10 लाख लेकर फरार हो गया है लेकिन बाद में अपनी बात से पलटते हुए कहने लगा कि वह किसी लड़की को लेकर फरार हो गया है जिसकी हमें भी तलाश है। परिजनों का आरोप है कि ट्रेवल्स संचालक लगातार अपने बयान बदल रहा है। उन्हें शक है कि उनकी बेटे के गायब होने के पीछे ट्रेवल्स संचालक का ही हाथ है।

लापता हुए पवन के चाचा का कहना है कि अगर पवन पैसे और किसी लड़की को लेकर फरार हुआ है तो उनके घर पर कोई क्यों नहीं आया। ना तो पैसे मांगने वाले आए और ना ही लड़की के परिजनों ने उनके परिवार से कोई संपर्क किया है। ऐसा लगता है कि पवन को फंसाने के लिए यह साजिश रची जा रही है।

लास्ट लोकेशन ईदगाह कॉलोनी की

गायब हुए युवक के पिता बनवारी का कहना है कि पुलिस पर जब दबाव डलवाया गया तो पुलिस ने पवन की लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन में पता चला कि 1 अप्रैल को उसकी लास्ट लोकेशन ईदगाह कॉलोनी थी फिर उसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया और उसके बाद उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई है। 1 अप्रैल को पवन ने 2 लोगों को फोन किए थे जिसमें से एक रविंद्र था। रविंद्र को पवन ने ₹800 ट्रांसफर भी किए लेकिन पुलिस ने लास्ट कॉल करने वाले रविंद्र और दूसरे व्यक्ति से अच्छे से पूछताछ नहीं की नहीं तो पवन का पता लग सकता था।

दोस्त भी अचानक से हुए गायब

लापता पवन के पिता का कहना है कि अचानक से पवन के गायब हो जाने के बाद उसके दोस्तों से उसके बारे में पूछताछ की गई। फिरोज सागर और शंकर से पूछताछ में कुछ नहीं निकला लेकिन इस घटना के बाद से उसके कुछ दोस्त भी फरार हो गए हैं। पुलिस इस मामले को किसी भी तरह से गंभीरता से नहीं ले रही है। पहले पवन और फिर उसके बाद उसके कुछ दोस्तों के गायब होने की कड़ी आपस में जुड़ी लगती है लेकिन पुलिस इस मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। अगर यही मामला हाईप्रोफाइल होता तो पुलिस दो दिन में ही युवक को ढूंढ निकालती।

घर में नहीं चल रहा चूल्हा

पवन के लापता हो जाने के बाद मां का रो रो कर बुरा हाल है। पिछले 8 दिनों से घर में चूल्हा तक नहीं जला है। पड़ोसियों रिश्तेदार खाना लेकर उनके घर पहुंच रहे हैं। बताया जाता है कि घर में 5 परिवार रहते हैं। सभी यही सोच कर परेशान है कि आखिर का पवन कहां गया और उसके साथ क्या हुआ। पवन की माता मंदिर के आगे बैठ गई हैं और पूजा पाठ करने में लगी हुई है जिससे पवन सलामत लौट आए। पवन की मां को पवन के साथ किसी तरह की अनहोनी की आशंका सता रही है। वह इसके लिए ट्रेवल्स संचालक चंदा को जिम्मेदार ठहरा रही हैं। उनका कहना है कि चंदा को सब कुछ मालूम है कि बेटा कहां है लेकिन वह बताने को राजी नहीं है। पवन की मां का कहना है कि केवल संचालक का कहना है कि पवन पैसे लेकर फरार हुआ है लेकिन वह पैसे देने को भी तैयार हैं लेकिन पवन का पता तो लग जाए।

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