आगरा। शहर के पेयजल संकट को दूर करने के लिए भले ही गंगाजल प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा हो लेकिन उससे पहले ही इस बढ़ती जा रही भीषण गर्मी और सूर्य की तपिश ने एक बार फिर आगरा शहर में पेयजल का संकट खड़ा कर दिया है। पेयजल आपूर्ति ना होने के कारण शहर की जनता पानी के लिए त्राहि त्राहि कर रही है लेकिन इससे संबंधित विभाग मजे की नींद सो रहे हैं। इतना ही नहीं सबका विकास सबका साथ का नारा देने वाली सरकार के जनप्रतिनिधियों को इस से कोई सरोकार नहीं है।
शहर में गहराते जा रहे पेयजल संकट को लेकर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की जिला इकाई ने जलसंस्थान महाप्रबंधक कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने महाप्रबंधक जलसंस्थान के खिलाफ नारेबाजी। प्रदर्शनकारियों ने योगी तेरे राज में जनता मर गयी पानी के आस में नारे लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के जिला अध्यक्ष मुरारीलाल गोयल के नेतृव में सभी ने ज्ञापन सौंपा और 10 दिनों में जल आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हुई तो उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इतना ही नहीं जिन क्षेत्रो में थोडा बहुत पानी आ रहा है वो पीने योग्य नहीं है जिसकी बोतल जलसंस्थान के महाप्रबंधक को सौंपी।
जिला अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल का कहना था कि इस भीषण गर्मी में शहरवासी पानी के लिए तरस रहे है जबकि शहर की सप्लाई का आधा पानी जलसंस्थान की टूटी पड़ी पाइप लाइनो से फ़ैल रहा है लेकिन जलसंस्थान के अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं है। जबकि गर्मी चरम पर है और अकाल दस्तक दे रहा है। ऐसे में शहर को पानी नहीं मिलेगा तो पानी के लिए युद्ध होगा जिसकी जिम्मेदारी जलसंस्थान के महाप्रबंधक की होगी।