Firozabad. खैरागढ़ थाना क्षेत्र के गांव नगला जय किशन में जनपद मैनपुरी के युवक पुष्पेंद्र की हुई हत्या का पुलिस ने चार दिनों में ही खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में मृतक के बहनोई और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर जेल भेज दिया है। इस हत्याकांड को लेकर एसपी ग्रामीण डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि 17 मई को पुष्पेंद्र की हत्या हुई थी। इस मामले में मृतक के परिजनों ने मुकदमा दर्ज किया था और चार दिन में खुलासा हुआ है।
जनपद मैनपुरी के थाना दन्नाहार के गांव औंडन मंडल निवासी पुष्पेंद्र की बहन दुर्गा देवी का विवाह छह माह पूर्व खैरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव नगला जय किशन निवासी धर्मेंद्र के साथ हुआ था। दुर्गा की शादी के बाद से ही पुष्पेंद्र का बहन की ससुराल आना जाना हो गया।
एसपी ग्रामीण डॉ. अखिलेश नारायण सिंह के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि दुर्गा के पति धर्मेंद्र को शक था कि पुष्पेंद्र के प्रेम संबंध एक युवती है जो रिश्ते में धर्मेंद्र की बहन लगती है। इससे धर्मेद्र आक्रोशित था और पुष्पेंद्र की हत्या की योजना बनाई। इस योजना के तहत 17 मई को पुष्पेंद्र अपनी बहन दुर्गा को छोड़ने के लिए उसकी ससुराल आया था। देर होने के कारण पुष्पेंद्र को रोक लिया गया। उसे रात को घर के बाहर बने कमरे में सुलाया गया था। देर रात मृतक के जीजा पुष्पेंद्र ने अपने भाई दौलतराम और रिश्ते में लगने वाले मामा पंचम सिंह के साथ मिलकर पुष्पेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी और उसे कुछ और रूप दे दिया।
इस मामले में मृतक पुष्पेंद्र के पिता हरीश चंद्र ने इस मामले के खुलासे के लिए तहरीर दी थी जिसमें अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू की गई। घटना की जांच करते हुए कड़ियां जोड़ी गई तो हत्यारों तक पहुंचा गया। इस हत्याकांड को मृतक के बहनोई ने अपने भाई व मामा के साथ मिलकर अंजाम दिया था जिनको बृहस्पतिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से वह तमंचा भी बरामद कर लिया गया जिससे आरोपियों ने पुष्पेंद्र की गोली मारकर हत्या की थी।
इस घटना के खुलासे से कई परिवार बर्बाद हो गए। मृतका की बहन भी सदमे में है कि आखिरकार उसके पति ने यह कदम कैसे उठा लिया तो वहीं मृतक पुष्पेंद्र की 18 जून को शादी होनी थी। बरात जसराना थाना क्षेत्र के गांव नगला हरी सिंह में आनी थी। वर और कन्या पक्ष के लोग शादी की तैयारियों में जुटे थे लेकिन भगवान को कुछ और मंजूर था। हरीश चंद्र का बेटा जहां इस दुनिया से अलविदा कहकर चला गया। वहीं शादी की खुशियां भी मातम में बदल गई।